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![अपहरणकर्ता का दिमाग: चकमा खा गई मथुरा पुलिस, मंगलामुखियों में बैठा था छिपकर; हाथ आते-आते रह गया Kidnapper hiding in Mangalamukhi Mathura Police got tricked](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/08/28/mathura-news_1693224876.jpeg?w=414&dpr=1.0)
मथुरा पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मथुरा के जैंत थाना क्षेत्र के चौमुहां से बालक का अपहरण कराने का मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर रामवीर बृहस्पतिवार को पुलिस को एक बार फिर चकमा दे गया। पांच दिन तक वह छाता में एक किराए के मकान में मंगलामुखियों के बीच छिपा रहा। पुलिस के पहुंचते ही भाग निकला। मूलरूप से बिजनौर के रहने वाले दो मंगलामुखियों को पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को संरक्षण देने के आरोप में शुक्रवार को जेल भेज दिया है।
ये है मामला
जैंत थाने के एसआई देवेंद्र सिंह और कांस्टेबल दीपक कुमार बृहस्पतिवार शाम अपहरण के आरोपी हिस्ट्रीशीटर रामवीर पुत्र शिव सिंह उर्फ शिब्बो निवासी चौमुहां के छाता के गांव अकबरपुर में मंगलामुखी अमरीश उर्फ मनीषा निवासी अकबरपुर, छाता के मकान में छिपे होने की सूचना मिली थी। दोनों दबिश देने पहुंचे। वह मकान पर पहुंचे तो भीतर एक कमरे में मौजूद रामवीर पुलिस को देख छत के रास्ते भाग गया।
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इन्हें लिया हिरासत में
पुलिस ने अमरीश उर्फ मनीषा और उसकी साथी भीम उर्फ पूजा पुत्र घनश्याम सिंह निवासी मोहनपुर, चांदा नगरी, हलदौर, बिजनौर को हिरासत में ले लिया। दोनों ने बताया कि वह गोवर्धन पुत्र लाल सिंह के किराए के मकान में रहते हैं। हिस्ट्रीशीटर रामवीर ने खुद की गिरफ्तारी से बचने को उनके यहां शरण ले रखी थी। सीओ सदर प्रवीण मलिक के अनुसार रामवीर की तलाश जारी है। शरणदाता अमरीश उर्फ मनीषा और भीम उर्फ पूजा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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