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बिलासपुर (रामपुर)।
नि:संतान दंपती को नैनीताल हाईवे पर नगर के मोहल्ला डैम कॉलोनी स्थित मंदिर पंचायती दुर्गा भवानी खुशियों की सौगात देता है। मां के दरबार में जो भी श्रद्धालु आस्था के साथ माथा टेककर मां से मन्नत मांगता है, वो जरूरी पूरी होती है। नि:संतान महिलाओं की मां शेरावाली सूनी गोद भर देती हैं। चैत्र एवं शारदीय नवरात्र में मंदिर में रोजाना ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।
मंदिर का इतिहास
मंदिर के महंत रविराज स्वरुप भटनागर के अनुसार सन 1977 में नगर के कुछ लोग नदी किनारे मंदिर की स्थापना करने के लिए हवन कुंड खोद रहे थे। तो इस दौरान हवन कुंड की खुदाई के दौरान मां दुर्गा की एक प्राचीन मूर्ति मिली थी। श्रद्धालुओं ने इसकी मंदिर में स्थापना नत्थूलाल और सेवादार रविराज स्वरूप भटनागर की मौजूदगी में जन सहयोग से की। इसके बाद जनप्रतिनिधियों व जन सहयोग से मंदिर का सौंदर्यीकरण 21 जनवरी 1980 को किया गया। इसके बाद मंदिर में श्री राम दरबार, शिव परिवार, राधा कृष्ण आदि देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापना की गईं।
विशेषता
वैसे तो यहां मंदिर में रोजाना ही श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है, लेकिन चैत्र व शारदीय नवरात्र में करीब 10 दिन कार्यक्रम चलते हैं। रोजाना ही दुर्गा सप्तशती का पाठ होता है। भजन कीर्तन होने के साथ ही नवमी के दिन मां दुर्गा की विशाल शोभायात्रा इस मंदिर के द्वारा नगर में भ्रमण कराई जाती है। रात्रि में विशाल जागरण होता है। जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आस्था को प्रदर्शित करती है। वर्तमान में मंदिर में दुर्गा नवमी को लेकर तैयारियां चल रही हैं।
नवरात्र में मंदिर पंचायती दुर्गा भवानी में काफी भीड़ रहती है। श्रद्धालु मां के दरबार में आकर अपनी मां से मन्नत मांगते हैं और मां उनकी मुराद पूरी करती हैं। नवरात्र को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं।– रविराज स्वरूप
भटनागर, महंत, मंदिर पंचायती दुर्गा भवानी, बिलासपुर
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