Our Social Networks

मुरादाबाद दंगों की रिपोर्ट सदन में पेश: मुसलमानों की सहानुभूति पाने के लिए रची गई थी साजिश, 84 लोग मारे गए थे

मुरादाबाद दंगों की रिपोर्ट सदन में पेश: मुसलमानों की सहानुभूति पाने के लिए रची गई थी साजिश, 84 लोग मारे गए थे

[ad_1]

Muradabad riots report presented in UP assembly on Tuesday.

यूपी विधानसभा (फाइल फोटो)
– फोटो : amar ujala

विस्तार


मुरादाबाद जिले में 43 साल पहले ईद की नमाज के बाद भड़के दंगों का असली गुनहगार मुस्लिम लीग का डॉ. शमीम खान था। उसने कई चुनावों में शिकस्त मिलने पर मुस्लिमों की सहानुभूति हासिल करने के लिए दंगे भड़काने की साजिश रची थी।

मुरादाबाद दंगे की जांच करने वाले सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एमपी सक्सेना ने अपनी रिपोर्ट में दिए सुझाव में कहा कि मुसलमानों को वोट का खजाना समझने वालों को हतोत्साहित करना जरूरी है।

ये भी पढ़ें – सीएम योगी का अखिलेश पर तंज: बोले – अच्छा है कि समाजवादियों को भी अब जनसंख्या की चिंता होने लगी है

ये भी पढ़ें – साइबर क्राइम पर योगी सरकार ने दिया जवाब: 7570 व्यक्तियों के विरुद्ध हुई कार्रवाई, 90 करोड़ की रिकवरी की गई

मंगलवार को विधानसभा व विधान परिषद में वर्ष 1980 में मुरादाबाद में हुए दंगे की रिपोर्ट पेश की गई। इससे पहले मई माह में योगी कैबिनेट ने रिपोर्ट पेश करने को मंजूरी दी थी। मुरादाबाद दंगे की एक सदस्यीय न्यायिक जांच रिपोर्ट के मुताबिक मुरादाबाद का डॉ. शमीम अहमद खान इस दंगे का सूत्रधार था।

मुरादाबाद में 13 अगस्त 1980 को ईद की नमाज के समय पथराव और हंगामा हुआ था। इसके बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़कने से 84 लोग मारे गए थे और 112 लोग घायल हुए थे। मरने वालों में चार सरकारी अधिकारी एवं पुलिसकर्मी भी शामिल थे। 

[ad_2]

Source link

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *