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तीन आरोपी पुलिस हिरासत में हैं, जबकि दो मुख्य आरोपी फरार हैं। शव का पोस्टमार्टम कराकर शनिवार को अंतिम संस्कार किया गया। थाना क्षेत्र के गांव खेरे नगला निवासी कमलेश राजपूत (25) कस्बा के शास्त्री नगर में रहकर राजमिस्त्री का काम करता था। उसका अक्सर परिवारीजनों से विवाद होता रहता था।
शुक्रवार सुबह भी गांव में उसका जमीन को लेकर परिवार के लोगों से विवाद हो गया। दोपहर को चाचा ग्रीश चंद्र के पुत्र सोनू व मोनू उसे घर के बाहर से कुर्सी सहित उठाकर घर के अंदर ले गए। इसके बाद घर के अंदर मौजूद चचेरे भाई सोनू, मोनू, चाची सुशीला देवी व सोनू की पत्नी राधा ने उसे जबरदस्ती अंदर ले गए।
इसके बाद कमलेश के मुंह में कपड़ा ठूंस कर उसकी जमकर पिटाई की। चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसी महिलाओं ने छत पर पहुंचकर जाल से झांक कर देखा। किसी ने कमलेश को बचाना उचित नहीं समझा। मारपीट के बाद दुपट्टा से गला कसकर हत्या कर दी गई। इसके बाद उसे एक बोरी में डालकर बक्से में बंद कर दिया।
यही नहीं हत्यारों ने बक्से को दीवान बेड में रख दिया। रात करीब दो बजे अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने थाने पहुंचकर आरोपियों से पूछताछ की। गांव के योगेंद्र सिंह ने मोनू, सोनू, सुशीला, राधा व ग्रीश चंद्र के खिलाफ षड्यंत्र रचकर कमलेश की हत्या करने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया।
इसमें बताया कि चचेरे भाई सोनू व मोनू ने कमलेश को बाइक देने के बहाने घर बुलाकर परिजनों के साथ मिलकर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। षड्यंत्र में सोनू के पिता ग्रीश चंद्र भी शामिल हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ग्रीश चंद्र पिकअप से अल्लागंज स्थित मंडी में मूंगफली बेंचने गया था।
वहां अच्छा भाव मिलने के बावजूद भी वह बिना बेचे लौट आया। लौटते ही ग्रीश ने दूसरे वाहन चालक से रात में मूंगफली लादकर ले जाने की बात तय कर ली। हत्यारोपी शव को रात में ठिकाने लगाने के प्रयास में थे। फतेहगढ़ स्थित पीएम हाउस में शनिवार शाम कमलेश का पोस्टमार्टम किया गया।
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