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![इस युग में भी शबरी जैसे भक्त: राम मंदिर के निर्माण तक नंगे पांव रहने का संकल्प, सीएम योगी से भी मिले resolved to remain barefoot till the construction of Ram temple, took the resolution after seeing in the tent](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/08/05/750x506/galkhara-gava-navasa-ramasha-saha_1691218653.jpeg?w=414&dpr=1.0)
गोलखरा गांव निवासी रमेश सिंह
– फोटो : अमर उजाला
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राम काज किन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम….संकल्प, दृढ़ इच्छाशक्ति और प्रभु श्रीराम के प्रति असीम भक्ति से आनंदित भक्तों में श्रीराम चरित मानस के दोहे की यह पंक्ति ऊर्जा भरने का कार्य करती है। भक्ति के इसी भाव से भरे भदोही जिले के डीघ ब्लॉक के गोलखरा गांव निवासी रमेश सिंह ने श्रीराम भक्ति की अद्भुत मिसाल पेश की है। उन्होंने अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण तक नंगे पांव रहने का संकल्प लिया है। बीते पांच सालों से वे जूता-चप्पल का त्याग कर चुके हैं। बीते दिनों उन्होंने सीएम योगी से मिलकर अपने संकल्प की जानकारी दी। बताया कि मंदिर निर्माण होने के बाद वे नंगे पांव ही अयोध्या जाकर अपना संकल्प पूरा करेंगे।
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डीघ ब्लॉक के गोलखरा गांव निवासी रमेश सिंह पेशे से किसान हैं। 2018 के कार्तिक मास के दौरान पंचक्रोशी यात्रा पर गए रमेश सिंह अयोध्या में प्रभु श्रीराम को टेंट में बैठे देख इतने द्रवित हुए कि उन्होंने उसी क्षण जूता-चप्पल त्याग नंगे पांव रहने का दृढ़ संकल्प किया। अमर उजाला से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि 2018 में जब वे दर्शन करने गए थे तो प्रभु श्रीराम तिरपाल में विराजमान थे। रामलला के विग्रह के आसपास काफी बड़े-बड़े घास उग आए थे। जिसको देखते ही उनका मन कष्ट से भर उठा। इसके बाद उन्होंने यह संकल्प लिया। बताया कि पिछले पांच सालों से वे नंगे पांव ही रह रहे हैं। 2020 में जब श्रीराम मंदिर का शिलान्यास हुआ तो वे नंगे पांव ही साइकिल चलाकर भदोही से अयोध्या गए थे। बताया कि सुरक्षा कारणों की वजह से वे कार्यक्रम में शामिल तो नहीं हो पाए, लेकिन प्रभु श्रीराम का दर्शन जरूर हुआ। बताया कि उनका संकल्प राम मंदिर के निर्माण तक चलेगा। मंदिर निर्माण के बाद प्रभु का दर्शन करके ही वे अपना संकल्प पूरा करेंगे।
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