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देवरिया हत्याकांड
– फोटो : अमर उजाला
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देवरिया जिले में 10 बीघा जमीन के लिए हुए खूनखराबे के बाद पुलिस-प्रशासन ने सोमवार जान गंवाने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की घेराबंदी भी शुरू कर दी है। भीड़ के हाथों मारे गए दूसरे पक्ष के पांच लोगों का हिसाब उनके परिवार को चुकाना पड़ सकता है। उनके मकान पर बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है।
राजस्व विभाग की टीम की नापी में इस बात के संकेत मिले हैं कि प्रेम के मकान का अधिकांश हिस्सा खलिहान की जमीन पर कब्जा कर बनाया गया है। इसके अलावा गांव में अन्य सरकारी भूमि पर कब्जे की जांच भी राजस्व विभाग कर रहा है। डीएम अखंड प्रताप सिंह ने अभयपुर गांव में सरकारी भूमि की पैमाइश के लिए मुख्य राजस्व अधिकारी (सीआरओ) के नेतृत्व में टीम गठित कर दी है।
टीम पूरे दिन गांव में नाप का काम करती रही। प्रेमचंद यादव के खिलाफ सरकारी जमीनों पर कब्जे की शिकायत की जांच शुरू कर दी गई है। डीएम ने रुद्रपुर के एसडीएम योगेश गौड़ को राजस्व अभिलेखों की जांच कर प्रेम और उसके परिवार के नाम पर दर्ज जमीनों की ब्योरा देने का निर्देश दिया है।
एसडीएम ने सीआरओ रजनीश राय के नेतृत्व में एसडीएम सीमा पांडेय, तहसीलदार केशव प्रसाद और नायाब तहसीलदार अनिल तिवारी सहित राजस्व विभाग के छह सदस्यों की टीम का गठन किया है।मंगलवार को टीम ने गांव में दिनभर पैमाइश की।
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