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मां मेरा क्या कुसूर: नवरात्र में मां बनी कुमाता, झाड़ियों में फेंका सात माह का कन्या भ्रूण, जानवरों ने नोंचा

मां मेरा क्या कुसूर: नवरात्र में मां बनी कुमाता, झाड़ियों में फेंका सात माह का कन्या भ्रूण, जानवरों ने नोंचा

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Female fetus found in the bushes of Hathras, torn by animals

कन्या भ्रूण को देखते लोग
– फोटो : राघवेंद्र प्रताप सिंह

विस्तार


एक दिन पहले 19 अक्तूबर को ही हाथरस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा महिला मोर्चा के तत्वावधान में आयोजित नारी शक्ति वंदन सम्मेलन को संबोधित कर बेटियों के संरक्षण की बात करके गए थे। अगले ही दिन 20 अक्तूबर की सुबह शहर के मोहल्ला नाई का नगला स्थित हाजी कॉलोनी में सात माह का कन्या भ्रूण मिलने से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा संदेह के घेरे में आ गया। शारदीय नवरात्र में हुई इस घटना ने बेटियों के प्रति समाज की नकारात्मक सोच को एक बार फिर सामने ला दिया है।

कन्या भ्रूण

कोतवाली सदर क्षेत्र के नाई का नगला स्थित हाजी कॉलोनी में सुबह लोग टहलने जा रहे थे। तभी कुछ लोगों की नजर झाड़ियों में पड़े एक भ्रूण पर पड़ी। देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि भ्रूण को किसी जानवर द्वारा नोंचा गया है। मौके पर काफी भीड़ जमा हो गई। मौके पर जमा लोग शारदीय नवरात्र में की गई इस करतूत को करने वालों को कोस रहे थे।

तुरंत इसकी सूचना कोतवाली सदर पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंच गई और भ्रूण को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शाम को पुलिस ने भ्रूण को दफन करा दिया। कोतवाली सदर के एसएचओ शिव कुमार शर्मा ने बताया कि भ्रूण का पोस्टमार्टम कराकर। रिती-रिवाज के अनुसार उसके उफनाया जाएने की कार्रवाई कराई गई है।

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