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![मुजफ्फरनगर छात्र पिटाई मामला: मानवाधिकार आयोग ने मुख्य सचिव को थमाया नोटिस, पूछा क्या हुआ दोषी शिक्षिक का Muzaffarnagar student thrashing case: Human Rights Commission serves notice to Chief Secretary](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/08/25/750x506/majafafaranagara-nayaja_1692982505.jpeg?w=414&dpr=1.0)
मुजफ्फरनगर का मामला। शिक्षिका ने छात्र को पिटवाया।
– फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मुजफ्फरनगर के स्कूल में छात्र की सहपाठियों से कराई गई पिटाई की घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी किया है। आयोग ने दोनों अधिकारियों से चार हफ्ते में पूरे घटनाक्रम की विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है, जिसमें दोषी शिक्षिक पर हुई कार्रवाई, एफआईआर की स्थिति और पीड़ित छात्र को मुआवजा देने के बारे में जानकारी मांगी गई है। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में भी पूछा है।
बता दें कि आयोग ने मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है। दरअसल, इस घटना का वीडियो 25 अगस्त को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्कूल प्रबंधन और शिक्षिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग होने लगी थी। वीडियो में एक निजी स्कूल के शिक्षक द्वारा एक छात्र की आस्था का बेतुके तरीके से जिक्र करते हुए सहपाठियों को उसे पीटने का आदेश देने की रिकॉडिंग थी।
जांच में सामने आया कि यह स्कूल मुजफ्फरनगर जिले का खुब्बापुर गांव का था। वहीं पीड़ित छात्र के परिजनों के मुताबिक कक्षा के दौरान पहाड़ा के गुणा में गलती करने पर शिक्षिक के इशारे पर उसे पीटा गया था। आयोग ने इस प्रकरण को मानवाधिकारियों का गंभीर उल्लंघन माना है।
नोटिस में दी गई जानकारी के मुताबिक आरोपी शिक्षिक, जो कि स्कूल की मालकिन भी है, उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग के मानदंडों को पूरा नहीं करता है। वहीं पीड़ित छात्र के परिजन उसका दूसरे स्कूल में दाखिला कराने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
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