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![रक्षाबंधन 2023: बंदी भाइयों से लिपटकर रोईं बहनें, तो भावुक हुए कारागार मंत्री; बंधाया ढांढस Rakshabandhan 2023 sisters cried hugging their imprisoned brothers Prison Minister became emotional](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/09/01/750x506/bhavaka-hae-karagara-matara_1693543619.jpeg?w=414&dpr=1.0)
भावुक हुए कारागार मंत्री
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा में रक्षाबंधन पर जिला जेल में बंदी भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर बहनें फूट-फूटकर रोने लगीं। यह दृश्य जेल पहुंचे कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने देखा तो वे भी भावुक हो गए। उन्होंने बहन-भाइयों काे ढांढस बंधाया और कहा कि जल्द समाज में वापस जाकर अच्छे नागरिक के साथ बेटा, भाई, पिता बनकर परिवार की जिम्मेदारी निभाएं।
जिला जेल में निरुद्ध भाइयों से मुलाकात के लिए सुबह सात बजे से ही बहनों का आना शुरू हो गया था। उन्हें पर्ची देकर चेकिंग के बाद प्रवेश दिया जा रहा था। परिसर में एक जगह पर बहन-भाइयों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। जेल अधीक्षक हरिओम शर्मा ने बताया कि बृहस्पतिवार को रक्षाबंधन पर 811 बंदियों को 1524 बहनों ने राखी बांधी। उनके साथ 549 बच्चे भी थे। महिलाओं की सहायता के लिए हेल्प डेस्क बनाई गई थी।
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…और जिनकी बहनें नहीं आईं, उनको भी पहनाईं राखी
केंद्रीय जेल के अधीक्षक ओपी कटियार ने बताया कि 308 बंदियों को राखी बांधने के लिए 488 महिलाएं आईं थीं। इनके साथ 162 पुरुष और 251 बच्चे भी थे। जेल में पूजा की थाली, रोली, चंदन, चावल और राखी की व्यवस्था की गई थी। जो बहनें यह नहीं लेकर आई थीं, उनको उपलब्ध कराया गया। इसके साथ ही जिन बंदियों की बहनें नहीं आई थीं, उनको भी नंबरदारों के परिवार की महिलाओं से राखी बंधवाई गई। इस दौरान जेल की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए कारागार मंत्री भी आए थे। उन्होंने बंदियों से बात की।
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