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![लीबिया: संयुक्त राष्ट्र ने बाढ़ में मारे गए लोगों की संख्या में किया बदलाव, अभी भी बढ़ सकता है आंकड़ा united nations revised death toll in libya derna floods on basis of who](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/09/18/libya-libya-flood-united-nations_1695004197.jpeg?w=414&dpr=1.0)
बाढ़ के बाद के हालात
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
संयुक्त राष्ट्र ने लीबिया की बाढ़ में मारे गए लोगों के आंकड़े में पहले के मुकाबले संशोधन किया है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि लीबिया के डेर्ना शहर में आई बाढ़ में 3958 लोगों की जान गई है। बता दें कि पहले संयुक्त राष्ट्र के ऑफिस फॉर कॉर्डिनेशन ऑफ ह्युमैनिटेरियन अफेयर्स विभाग ने मृतकों का आंकड़ा 11,300 बताया था। संयुक्त राष्ट्र ने ताजा आंकड़ा विश्व स्वास्थ्य संगठन के हवाले से बताया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 9000 लोग अभी भी लापता हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने बताई संशोधन की वजह
संयुक्त राष्ट्र ने पहले लीबियाई रेड क्रीसेंट के हवाले से मृतकों का आंकड़ा 11,300 बता दिया था। संयुक्त राष्ट्र के सेक्रेटरी जनरल फरहान हक ने बताया कि हम विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बताए गए आंकड़े की भी पुष्टि कर रहे हैं। वहीं लीबियाई रेड क्रीसेंट ने कहा कि उन्होंने कभी भी मृतकों का इतना बड़ा आंकड़ा जारी नहीं किया था। फरहान हक ने बताया कि दुनिया में कई जगह हो रहीं त्रासदियों की वजह से उन्हें अपने आंकड़ों में संशोधन करना पड़ रहा है और इसी वजह से यह कन्फ्यूजन हुआ। उन्होंने ये भी कहा कि लीबिया की बाढ़ में मारे गए लोगों का आंकड़ा अभी भी बदल सकता है।
दुनियाभर से मिल रही लीबिया को मदद
वहीं बाढ़ के बाद लीबिया के डेर्ना में राहत और बचाव कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। हेलीकॉप्टर्स से समुद्र में शवों की तलाश की जा रही है। डेर्ना की जनसंख्या करीब 1,20,000 है और बाढ़ के चलते लगभग पूरा शहर बह गया था। बताया जा रहा है कि शहर के दक्षिण में स्थित दो बांधों के टूटने के चलते यह बाढ़ आई और लोगों को अपने साथ बहाकर ले गई। संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि लीबिया की मदद के लिए सात करोड़ यूएस डॉलर की आर्थिक मदद चाहिए होगी और इसके लिए उसने दुनियाभर के देशों से अपील की है। डब्लूएचओ ने पूर्वी लीबिया में रहने वाले करीब ढाई लाख लोगों के लिए आपातकालीन सहायता भेजी है। इनमें जरूरी दवाएं, सर्जरी सप्लाई और शवों को ढकने वाले बैग भेजे गए हैं। रूस और सऊदी अरब ने भी मदद भेजी है। इटली ने एक जहाज में टेंट, कंबल, वाटर पंप और ट्रैक्टर्स की मदद भेजी है।
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