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सांकेतिक तस्वीर।
विस्तार
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में दो बार असफल रहे छात्र ने रविवार को मौत को गले लगे लिया। उसका शव कमरे में फंदे से लटका मिला। वह वाराणसी के छित्तूपुर स्थित किराये के कमरे में रहता था। मौके से सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। लंका पुलिस ने कमरे से शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भिजवाया। साथियों के अनुसार दो बार नीट में असफलता के बाद से सूरज अवसाद में रहता था।
फूलपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी केशव मौर्य का बेटा सूरज मौर्य (25) दुर्गाकुंड स्थित एक कोचिंग में नीट की तैयारी करता था। वह लंका थाना क्षेत्र के छित्तूपुर स्थित नारायणी लॉज में किराए पर रहता था। दोपहर के बाद उसका कमरा नहीं खुलने पर बगल वाले कमरे के छात्रों ने संपर्क करना चाहा।
मोबाइल पर कॉल किया तो नंबर बंद मिला। सशंकित छात्रों ने इसकी सूचना लॉज मालिक को दी। लॉज मालिक की सूचना पर पहुंची लंका पुलिस ने किसी तरह दरवाजा खुलवाया तो अंदर पंखे की कुंडी से सूरज का शव लटका था। सूरज के साथियों ने बताया कि वह दो वर्ष से नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था, लेकिन सफलता नहीं मिली।
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