Our Social Networks

Rajasthan: दलित से मारपीट कर जूते चटवाए, पेशाब किया, पीड़ित ने कांग्रेस MLA मीणा और DSP भारद्वाज पर लगाया आरोप

Rajasthan: दलित से मारपीट कर जूते चटवाए, पेशाब किया, पीड़ित ने कांग्रेस MLA मीणा और DSP भारद्वाज पर लगाया आरोप

[ad_1]

Dalit urinated on in Jaipur beaten and licked shoes victim accuses Congress MLA Gopal Meena and DSP Bhardwaj

पीड़ित दलित व्यक्ति और कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा।
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


मध्य प्रदेश के सीधी जैसा पेशाव कांड राजस्थान के जयपुर में भी सामने आया है। जिले के जमवारामगढ़ इलाके में एक दलित के साथ पहले मारपीट की गई और फिर उसके ऊपर पेशाब कर जूते भी चटवाए गए। पीड़ित व्यक्ति ने कांग्रेस विधायक गोपाल  मीणा और डीएसपी शिवकुमार भारद्वाज समेत चार लोगों पर ये आरोप लगाया है। पीड़ित ने सभी के खिलाफ जमवारामगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई। इधर, विधायक मीणा ने इस आरोप को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। जांच में सब साफ हो जाएगा।  

जानकारी के अनुसार घटना 30 जून की है। लेकिन, डर की वजह से पीड़ित चुप रहा। गुरुवार को उसने दिल्ली में मीडिया के सामने घटना की जानकारी दी। 51 साल के पीड़ित दलित व्यक्ति ने अपनी शिकायत में बताया कि वह गांव टोडालडी आंधी में जमीन की देखभाल करता है। 30 जून की दोपहर वह पत्नी के साथ खेत पर काम कर रहा था। इस दौरान पुलिस वाले आए और उसे उठाकर कांग्रेस एमएलए गोपाल मीणा के घर ले गए। जहां उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया। कुछ देर बाद पुलिसवाले फिर कमरे में आए और उसके साथ मारपीट करने लगे। वह उनसे छोड़ने की गुहार लगा रहा था, इसी दौरान डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज ने उसके मुंह पर पेशाब कर दिया। साथ ही कहा कि राजा गोपाल मीणा को बिना नजराना दिए टोडालडी में तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई खेत में आने की। 

आरोप है कि इसके बाद डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज और अन्य पुलिस कर्मी पीड़ित दलित को हॉल में ले गए। जहां कुर्सी पर बैठे कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा ने उसे छोड़ने के लिए जूटे चाटने को कहा। इसके बाद पीड़ित ने अपनी चीभ से विधायक के जूटे साफ किए, तब जाकर उसे छोड़ा गया। 

पीड़ित ने ये भी आरोप लगाया कि वहां से आते समय डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज ने उसे धमकी दी कि दोबारा टोडालडी वाले खेत पर मत दिखना। सरकार हमारी है, विधायक हमारा है। हमारी नियुक्ति इन्हीं के आदेश पर होती है। दोबारा वहां दिखा तो जान से मरवा देंगे और लाश का भी पता नहीं चलेगा। 

पीड़ित का कहना है कि उसने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। आला अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी केस दर्ज नहीं किया गया। जिसके बाद उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 27 जुलाई को कोर्ट के माध्यम से  जमवारामगढ़ थाने में केस दर्ज करवाया गया। अब पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। विधायक मीणा ने इस आरोप को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। यह जिनके काम करते हैं वो खुद जमीन माफिया है। पुलिस जांच कर रही है, उसमें सब साफ हो जाएगा। 

[ad_2]

Source link

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *