[ad_1]
![Hariyali Teej 2023: सोलह शृंगार कर दिनभर निराजल व्रत रहेंगी सुहागिन, जानिए- कब से होगा शुरू, क्या है मान्यता? Hariyali Teej tomorrow, married women will get unbroken good luck, will worship Shiva, Gauri and Ganesha](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2021/08/11/750x506/l-le_1628699029.jpeg?w=414&dpr=1.0)
हरियाली तीज
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी 19 अगस्त को हरियाली तीज का उत्सव मनाया जाएगा। सुहागिनें अपने पति की दीर्घायु तो कुंवारी अच्छे वर के लिए व्रत रखकर भगवान शिव-पार्वती के साथ गणेश जी की पूजा करेंगी। सुखमय जीवन की कामना करेंगी।
आचार्य दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री ने बताया कि तृतीया तिथि शुक्रवार को शाम 6.01 बजे से शुरू होकर अगले दिन शनिवार को देर शाम 7.43 बजे तक रहेगी। शनिवार को हरियाली तीज मनाई जाएगी। सुहागिन सोलह शृंगार कर दिनभर निराजल व्रत रहेंगी और भगवान शिव-पार्वती की पूजा करेंगी। अगले दिन पारण करेंगी। पौराणिक मान्यता है कि माता पार्वती सैकड़ों वर्ष की साधना के बाद भगवान शिव से मिली थीं। माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए 108 बार जन्म लिया। तब श्रावण मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को भगवन शिव को पति रूप में प्राप्त हो सके। तभी से यह व्रत शुरू है।
मायके से आता है शृंगार का सामान
इस व्रत में महिलाओं के मायके से वस्त्र के साथ शृंगार का सामान आता है। जबकि ससुराल पक्ष से सास अपनी बहु को वस्त्र, हरी चूड़ियां और शृंगार की सामग्री भेंट करती हैं। इस दिन सोलह शृंगार करने की खास परंपरा है। रात भर महिलाएं जागरण और कीर्तन करती हैं। सभी महिलाएं इस दिन कजरी गाती हैं। झूला झूलती हैं।
[ad_2]
Source link