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![विकास की अधूरी खुशी: बरगदवां-नकहा ओवरब्रिज, निर्माण की सुस्त रफ्तार; अभी साल भर झेलनी पड़ेगी सांसत Bargadwan Nakaha Overbridge slow pace of construction will have to bear breath for whole year](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/08/19/750x506/bragathava-nakaha-ovarabraja_1692426988.jpeg?w=414&dpr=1.0)
बरगदवां-नकहा ओवरब्रिज
– फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
गोरखपुर जिले में जिस बरगदवां-नकहा ओवरब्रिज को दिसंबर-2023 में बनकर तैयार हो जाना था, वहां 50 फीसदी ही काम हो पाया है। बारिश से सड़क पर कीचड़ है। धूप होते ही जहां मिट्टी है, वहां गाड़ियों के गुजरने से धूल के गुबार उड़ रहे हैं।
ट्रेनों के आने-जाने के समय क्राॅसिंग के दोनों तरफ लंबा जाम लग रहा है। लोगाें को उम्मीद थी कि नए साल में रेलवे क्राॅसिंग पर जाम से मुक्ति मिल जाएगी और फर्राटा भरते जाएंगे, लेकिन काम की सुस्त रफ्तार से करीब एक साल तक लोगों का सांसत झेलनी पड़ेगी।
शुक्रवार को दोपहर 12:40 बजे ओवरब्रिज निर्माण स्थल के रास्ते पर धूल उड़ रही थी। पिच रोड के बगल में सड़क चौड़ी करने के लिए मिट्टी पाटी गई है, इसलिए जैसे ही वाहन गुजरते हैं, वैसे ही धूल उड़ने लगती है। ओवरब्रिज के पहले चाय की दुकान चलाने वाले राजेश कुमार ने बताया कि अभी तो कुछ ठीक स्थिति है। गर्मी के मौसम में राहगीर और दुकानदार सभी परेशान थे। अब काम पहले से ज्यादा तेजी से चल रहा है। हालांकि, एक तरफ काम चल रहा है।
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दूसरी तरफ बरगदवां की ओर से आने पर रेलवे लाइन के पहले कोई पिलर नहीं बना है। ओवरब्रिज निर्माण कार्य के लिए रेलवे गेट से बरगदवां की ओर सड़क के दोनाें तरफ के मकानाें और दुकानों को तोड़ा जा रहा है। शुक्रवार की दोपहर जप्ती टोला के सामने रामाज्ञा सिंह के मकान के आगे बनी दो दुकानों को तोड़ा जा रहा था। रामाज्ञा ने बताया कि अधिकारी रोज आकर कहते हैं कि जल्दी तोड़ लो, काम पूरा कराना है।
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