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![UP News: माफिया मुख्तार के साले समेत सात गुर्गे अलग-अलग जेलों में शिफ्ट, किसी को कानपुर तो किसी को इटावा भेजा Mafia Mukhtar's brother-in-law and seven henchmen were sent out of the district](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2022/12/28/750x506/prayagraj-mafaya-makhatara-asara-ka-jal-nayayalya-ma-pasha-para-lgaya-gaya_1672248270.jpeg?w=414&dpr=1.0)
माफिया मुख्तार अंसारी (फाइल)
– फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
माफिया मुख्तार अंसारी के साथ-साथ रिश्तेदारों और गुर्गों पर शासन का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। एक सप्ताह के अंदर मुख्तार के साले सहित सात शातिर अपराधियों और सजायाफ्ता को यूपी के विभिन्न जनपदों के कारागार में भेजा गया है। ऐसे में किसी को कानपुर तो किसी को सोनभद्र और जिला कारागार इटावा के लिए रवाना किया गया है। अब भी गाजीपुर जिला कारागार के विभिन्न बैरकों में करीब छह की संख्या में माफिया के खास लोग बंद हैं।
शासन द्वारा बीते 21 अगस्त की देर शाम आए फरमान के बाद जेल प्रशासन ने दूसरे दिन 22 अगस्त की सुबह तक मुख्तार के पांच गुर्गों का जेल स्थानांतरण कर दिया। अचानक हुई इस कार्रवाई से मुख्तार के करीबियों में खलबली मच गई है। मुख्तार के साले अनवर शहजाद को जिला कारागार से सोनभद्र जेल, अमित राय को कानपुर देहात जेल, जफर उर्फ चंदा को संतकबीर नगर जेल भेजा गया है। इसके अलावा सरफराज उर्फ मुन्नी बस्ती जेल, जाकिर हुसैन उर्फ विक्की को जिला कारागार से जलौन-उरई जेल स्थानांतरित किया गया।
मुख्तार का गुरु हरिहर और भीम सिंह इटावा जेल में शिफ्ट
कड़ी सुरक्षा के बीच इन्हें विभिन्न कारागार के लिए ले जाया गया। वहीं मुख्तार के गुरु हरिहर और गुर्गे भीम सिंह को भी अन्यत्र जनपदों के कारागार भेज दिया गया। दोनों सजायाफ्ता हैं। 80 के दशक में सैदपुर और करंडा सहित जिले के कई इलाकों में दहशत के पर्याय बने हुए थे। दोनों सरगना वर्तमान में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं।
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