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रामपुर। गंगा जमुनी तहजीब को कायम रखने के लिए ईद मिलादुन्नबी का जुलूस पौने दो घंटे पहले संपन्न कर दिया गया। एक ही दिन और एक ही रूट पर दो संप्रदायों के बड़े आयोजन होने के कारण पुलिस असमंजस में थी। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पौने दो घंटे पहले जुलूस को संपन्न कर पुलिस का सहयोग किया और भाईचारे की मिसाल कायम की। गंगा जमुनी और भाईचारे की तहजीब से जाना जाने वाला रामपुर के शाहबाद में एक बार फिर से गंगा जमुनी तहजीब को दोहराया गया। यहां भाईचारे की मिसाल पेश की गई। दरअसल हर साल ईद मिलादुन्नबी का जुलूस सवेरे आठ बजे से आरंभ होकर दोपहर ढाई बजे तक नगर के विभिन्न मार्गों से निकाला जाता था, लेकिन इस बार बृहस्पतिवार को ही ईद मिलादुन्नबी का जुलूस और गणेश विसर्जन यात्रा एक साथ पड़ गई। दोनों एक ही रूट से होकर जाने थे। जिसको लेकर पुलिसकर्मी परेशान थे। ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकालने वाले कमेटी के शरीफ अहमद और शेरा खान समेत तमाम लोग शांति समिति की बैठक में पहुंचे। इसके बाद यह निर्णय लिया गया की ईद मिलादुन्नबी का जुलूस सुबह आठ बजे के स्थान पर एक घंटे पहले सात बजे से निकाला जाएगा। साथ ही ढाई बजे संपन्न होने वाला जुलूस पौने दो घंटे पहले 12:45 बजे पर संपन्न कराया जाएगा। जिसके बाद ईद मिलादुन्नबी का जुलूस नगर के निर्धारित विभिन्न मार्गों से होता हुआ जुलूस बिलारी बस स्टैंड पहुंचा। वहां से कोतवाली होते हुए मस्जिद काज़ी पर पहुंचकर संपन्न हुआ। जबकि गणेश विसर्जन यात्रा भी इसी निर्धारित मार्ग से गुजरने वाली थी। यह इसी मार्ग से होते हुए कोतवाली पहुंची और बिलारी बस स्टैंड और रामपुर बस स्टैंड से होते हुए रामगंगा घाट पहुंची। सीओ अतुल कुमार पांडेय, एसडीएम सुनील कुमार, कोतवाल अनुपम मिश्रा पूरे दिन डटे रहे।
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