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रामपुर। यूपी बोर्ड परीक्षाओं के लिए जिले में अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं। बोर्ड ने इस बार केंद्र निर्धारण नीति में बदलाव किया है। स्कूल से 10 की बजाय 12 किमी के दायरे में इस बार परीक्षा केंद्र बनेंगे तो काफी सेंटरों में बदलाव हो सकता है। पिछले वर्ष 74 केंद्रों पर परीक्षा हुई थी। जो केंद्र बने थे वह सूची से हट सकते हैं और इनके स्थान पर दूसरे कॉलेजों को केंद्र बनाया जा सकता है। कॉलेजों की दूरी तय करने के बाद ही बोर्ड से संभावित केंद्रों की सूची जारी होगी और फिर इन पर आपत्तियां ली जाएंगी।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं फरवरी में प्रस्तावित हैं और इसके लिए केंद्र निर्धारण की तैयारी चल रही हैं। जिले के सभी प्राइवेट, एडेड व राजकीय स्कूलों का डाटा बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है। मगर इस बार केंद्रों के निर्धारण को लेकर बोर्ड ने बदलाव किया है। पहले केंद्र दस किमी की दूरी पर बनते थे, मगर अब इन्हें 12 किमी की दूरी पर बनाया जाएगा। इसके अलावा छात्राओं के केंद्र भी पांच से सात किमी के दायरे में बनाए जाएंगे।
जिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा जियो टैगिंग एवं दूरी के हिसाब से इसी आधार पर परीक्षा केंद्रों को बनाया जा रहा है तो इसमें बड़ा बदलाव होगा। गत वर्ष दस किमी की दूरी पर केंद्र बने थे, तो इस बार 12 पर बनेंगे तो काफी कॉलेज केंद्रों की सूची से बाहर हो जाएंगे। शहर से लेकर देहात क्षेत्रों तक के सेंटरों में बदलाव देखने को मिलेगा। जिले के 224 कॉलेजों का डाटा बोर्ड की गाइडलाइन के अनुसार पोर्टल पर अपलोड किया गया है। बोर्ड स्तर से केंद्रों की दूरी देखने की बाद संभावित सूची जारी की जाएगी। इसके बाद केंद्रों पर आपत्तियां ली जाएंगी। आपत्तियों के निस्तारण के बाद ही बोर्ड परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची जारी करेगा।
– यूपी बोर्ड परीक्षाओं के लिए केंद्रों की दूरी अधिकतम दूरी बढ़ा 12 किमी. रखी गई है। बोर्ड के पोर्टल पर 224 कॉलेजों का डाटा अपलोड है तो उसी के हिसाब से केंद्र बनेंगे। दूरी के नियमों का पालन करते हुए केंद्र बनेंगे। नवंबर तक संभावित सूची आ जाएगी और फिर आगे की कार्रवाई होगी। बोर्ड स्तर से केंद्रों पर निर्णय लिया जाएगा। – मुन्ने अली, जिला विद्यालय निरीक्षक, रामपुर
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