[ad_1]
![काशी में मंदिरों का महाकुंभ: मोहन भागवत बोले- देश और संस्कृति के लिए त्याग करने का आ गया है समय International Temples Convention in varanasi RSS chilef mohan Bhagwat speech](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/07/22/750x506/varanasi_1690030468.jpeg?w=414&dpr=1.0)
वाराणसी में मंदिर प्रमुखों के महासम्मेलन को संबोधित करते संघ प्रमुख मोहन भागवत
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
शिव की नगरी काशी में विश्व के सबसे बड़ा इंटरनेशनल टेंपल्स कन्वेशन और एक्सपो का उद्घाटन शनिवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया। सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में दुनिया भर के मंदिर प्रमुखों को मोहन भागवत ने संबोधित किया। कहा कि मंदिरों के संचालन के लिए नई पीढ़ी को तैयार करना होगा।
मंदिर पूरब से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण तक देश को एक सूत्र में पिरो सकते हैं। हर सनातनी का घर मंदिर है और इन मंदिरों को जोड़कर हम भारत को फिर से विश्वगुरू बना सकते हैं। जिसको धर्म का पालन करना है वो धर्म के लिए सजग रहेगा। निष्ठा और श्रद्धा को जागृत करना है। छोटे स्थान पर छोटे से छोटे मंदिर को समृद्ध बनाना है। समय आ गया है कि अब देश और संस्कृति के लिए त्याग करें।
सर्व समाज की चिंता करने वाला मंदिर होना चाहिए
संघ प्रमुख ने कहा मंदिर की व्याख्या की। कहा कि आम जनता का दुख दूर करने वाला, विपत्ति में आसरा देने वाला, संस्कार देने वाला, शिक्षा देने वाला, उपासना और उनको परमतत्व की प्रेरणा देने वाला मंदिर होना चाहिए। सर्व समाज की चिंता करने वाला मंदिर होना चाहिए। देश के सभी मंदिरों का एकत्रीकरण समाज को जोड़ेगा, ऊपर उठाएगा, राष्ट्र को समृद्ध बनाएगा।
ये भी पढ़ें: यूपी के पूर्व डीजीपी के भाई व एएसपी की हार्ट अटैक से मौत, 12वीं पीएसी वाहिनी फतेहपुर में थे तैनात
[ad_2]
Source link