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मुरादाबाद। रेल मंडल के सिंभावली स्टेशन के नजदीक भारी लापरवाही के कारण बड़ा रेल हादसा हो सकता था। जिस तरह ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस मेन लाइन से लूप लाइन में प्रवेश कर गई थी और वहां खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। इसी तरह डिब्रूगढ़ से नई दिल्ली जाते समय सोमवार को दोपहर करीब 12:30 बजे सिंभावली में राजधानी एक्सप्रेस लूप लाइन के नजदीक पहुंच गई। लूप लाइन पर मालगाड़ी पहले से खड़ी थी।
गनीमत रही कि इस रेलखंड में ब्लॉक के कारण राजधानी एक्सप्रेस की गति धीमी थी। इससे ड्राइवर ने राजधानी एक्सप्रेस को आसानी से रोक लिया और बड़ा हादसा बच गया। डीआरएम राजकुमार सिंह न इसे गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित कर दी है। प्रथम दृष्टया इसे सिग्नलिंग की चूक माना जा रहा है। मुरादाबाद से सोमवार सुबह करीब 11 बजे रवाना हुई राजधानी एक्सप्रेस को रास्ते में बिना किसी ठहराव के नई दिल्ली पहुंचना था। करीब 12:30 बजे ट्रेन सिंभावली स्टेशन के नजदीक थी। वहां गाजियाबाद की ओर जा रही मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी।
सिग्नल की खामी के कारण राजधानी एक्सप्रेस भी मेन लाइन से लूप लाइन की ओर निकल गई। ब्लॉक के कारण राजधानी एक्सप्रेस की गति धीमी थी। ड्राइवर को सामने खड़ी मालगाड़ी दिखाई दी और उसने फौरन ब्रेक लगाए। इसके कारण लूप लाइन में प्रवेश बिंदु से जरा पहले ट्रेन रुक गई। मौके पर मौजूद स्टाफ ने यह सूचना रेलवे कंट्रोल को दी। इसके बाद अधिकारियों तक मामला पहुंचा।
रेल मंडल में बिना कवच प्रणाली के दौड़ रहीं ट्रेनें
ट्रेन दुर्घटनाओं व टक्करों को रोकने के लिए रेलवे ने कवच रेडियो फ्रीक्वेंसी प्रणाली बनाई थी। भारत के कुछ रेल मंडलों में यह प्रणाली प्रभावी है। यदि एक ही लाइन पर दो ट्रेनें होती हैं तो यह प्रणाली दोनों ट्रेनों के ड्राइवर को संदेश देती है। साथ ही ट्रेन के ब्रेक स्वत: लग जाते हैं। अब तक यह प्रणाली मुरादाबाद रेल मंडल में नहीं है।
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