[ad_1]
अगवानपुर। नगर में आठ मुहर्रम अलम का जुलूस निकाला गया, जिसमें हजारों की संख्या में अज़ादार शामिल रहे। अगवानपुर नगर या अली या हुसैन की सदाओं से गूंज उठा मातमदारो ने छुरी वह जंजीरों से मातम कर लहू बहाकर इमाम हुसैन की मां को इमाम हुसैन का पुरसा पेश किया। नगर पंचायत के मोहल्ला सराय फारूक इमामबाड़ा पंजेतानी में मजलिस हुई मजलिस को मौलाना नाज़ हैदर बुक्लानवी ने खिताब करते हुए कहा कि हज़रत अब्बास की बहादुरी वह शुजाअत को बयान किया मौलाना ने कहा कि इमाम हुसैन ने हज़रत अब्बास को करबला में अपने छोटे से लश्कर का अलमदार बताया था हज़रत अब्बास ने इमाम हुसैन से कहा मुझे मरने की इजाज़त दे दीजिए इमाम हुसैन ने कहा मैं तुम्हे मरने की इजाज़त नहीं दे सकता तुम मेरे लश्कर के अलमदार हो।
इमाम हुसैन ने अब्बास अलमदार को पानी लाने की इजाज़त दी जैसे ही दरिया पर पहुंचे यज़ीद की फौज में भगदड़ मच गई हज़रत अब्बास पानी भरकर चले जालिमों ने छुप कर अब्बास पर तीरों की बारिश कर दी इतना सुन कर अजादार रोने लगे मजलिस के बाद जुलूस निकाला गया जिसमे शबीहे ताबूत शबीहे ज़ुल जनाह और अलम का जुलूस निकाला गया जिसमें नगर के पंजेतनी इमामबाड़े में अजादारो ने छुरियो वह ज़ंजीरों से मातम किया लहूलुहान अजादार जुलूस को इमामबाड़ा सफदर हुसैन से होते हुए स्टेशन रोड से मोहल्ला सेफियान के इमामबाड़ा मीर खैरात अली पहुंचे इमामबाड़ा तेहजीबुल हसनैन से शुक्रवार का बाज़ार में जहां मौलाना नाज़ हैदर नक़वी बुक्लानवी ने तकरीर की कहा कि इमाम हुसैन ने दुनिया से यजीद का नामो निशान मिटाया है आज हर तरफ़ हुसैन हुसैन की सदाए बुलंद है और ज़ालिम यजीद का कोई भी नाम लेने वाला नहीं है इसीलिए इमाम हुसैन को हर धर्म के लोग इमाम हुसैन को याद करते हैं।
अजादारो ने या हुसैन या हुसैन की सदाओं के साथ जुलूस को आगे बढ़ाया जुलूस को नगर की जामा मस्जिद से मोहल्ला नियारियान से मनिहारान वह तारा वाला कुंआ से इमामबाड़ा तकिए पर यादे अली होते हुए इमामबाड़ा मुतालिब हुसैन पहुंचे मोहल्ला ढाप से वाजिद अली कोतवाल के इमामबाड़े से मोहल्ला कुरेशियान होते हुए इमामबाड़ा पंजेतानी पर जाकर जुलूस को संपन्न किया गया।
[ad_2]
Source link