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भू माफिया द्वारा कब्जा को ध्वस्त करते हुए प्रतीकात्मक
विस्तार
सरकारी जमीनों एवं आम लोगों की कीमती जमीनों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ प्रशासन अब सख्ती के मूड़ में आ गया है। डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने तहसीलों में ऐसी जमीनों को चिह्नित करने को अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। जिला स्तर पर इन्हें भूमाफिया घोषित कर जमीन कब्जा मुक्त करायी जाएगी।
पूर्व में कब्जामुक्त कराई गई जमीनों का भी भौतिक सत्यापन कर ब्यौरा मांगा गया है। कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को डीएम इंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स समिति की बैठक हुई। इसमें प्रशासन के साथ ही पुलिस, एडीए, नगर निगम, सिंचाई समेत अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए। सबसे पहले समिति के सचिव एवं एडीएम प्रशासन पंकज कुमार ने पिछले सालों में घोषित भू माफिया का ब्यौरा प्रस्तुत किया। तहसीलों में हो रहे अवैध कब्जों को लेकर समीक्षा की गई।
डीएम ने कहा कि सभी तहसीलों के अफसर अपने-अपने क्षेत्रों में सर्वे करें। इसमें देखा जाए कि पूर्व में प्रशासन द्वारा जो जमीन खाली कराईं गईं थी, उनका उपयोग अभी किस काम के लिए किया जा रहा है। अगर किसी जमीन पर दोबारा से कब्जा हुआ है तो संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाए। शहर के पार्क एवं सामुदायिक स्थानों की जमीनों को भी देखा जाए। इन जमीनों के अभिलेखों को ऑनलाइन किया जाएगा।
भूमाफिया के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए। डीएम ने कहा कि एंटी भू माफिया अभियान सरकार की पहली प्राथमिकता है। डीएम ने कहा कि पूर्व में घोषित भू माफिया की नए सिरे से जांच करायी जाए। साथ ही जो भू माफिया अभी सूची में दर्ज नहीं हो सके हैं उन्हें भी चिन्हत कर उन्हें इस सूची में शामिल किया जाए। बैठक में सभी तहसीलों के एसडीएम, तहसीलदार आदि अधिकारी मौजूद रहे।
जिले के घोषित भू माफिया
राधेलाल शर्मा, गूलर रोड बन्नादेवी
शंकरलाल एवं राकेश कुमार, बरौला जाफराबाद
राकेश कुमार, अली हसन, पिलखना
बुद्ध रंजन सिंह, दुर्गाबाड़ी, क्वार्सी
चौ.हीरालाल, सूरसरोवर, हरदुआगंज
फजल हुसैन, पीरवक्स- क्वार्सी
अमानुतुल्ला, कस्बा कोल
खजान, एलमपुर, बन्नादेवी
ऋषिपाल, हामिदपुर टप्पल
मो. साबिर राही, एकता नगर बुलाकी
चमन एवं निराले खां टप्पल
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