[ad_1]
Azam Khan
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
इसे समय की मार ही कहा जाएगा कि सपा नेता आजम खां का भरापुरा परिवार रविवार को अलग-थलग पड़ता हुआ दिखा। सात साल की सजा काट रही डॉ. तजीन फात्मा को उनके पति आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला को अलग थलग कर दिया गया। तीनों लोग अब अलग-अलग जेल में ही अपनी सजा काटेंगे।
तीनों को रात में नहीं, बल्कि सुबह के वक्त ही शिफ्टिंग की जानकारी दी गई। जानकारी मिलने के बाद तीनों नेताओं के चेहरे पर उदासी छा गई। सपा नेता आजम खां अपनी पत्नी डाॅ. तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में सात साल की सजा काट रहे हैं। 18 अक्तूबर को एमपीएमएलए कोर्ट ने उनको सजा सुनाई थी।
सजा सुनाए जाने के बाद तीनों को रामपुर जेल भेज दिया गया था। रामपुर जेल में जाने के बाद से ही यह आशंका जाहिर की जा रही थी कि तीनों को रामपुर से बाहर शिफ्ट किया जा सकता है। सुरक्षा कारणों से यह बात सामने आ रही थी कि शिफ्टिंग का आदेश कभी भी आ सकता है। शनिवार की रात में आजम और अब्दुल्ला की शिफ्टिंग का आदेश पुलिस प्रशासन को मिल गया था।
आदेश मिलने के बाद पुलिस प्रशासन एक्टिव हो गया। सीओ बिलासपुर रवि खोखर व सीओ स्वार अनुज कुमार मय फोर्स के सुबह करीब चार बजे रामपुर जेल पहुंच गए थे। इसके बाद जेल के दरवाजों को खुलवाया गया और फिर आजम और अब्दुल्ला को शिफ्टिंग की जानकारी दी गई। सूत्रों के अनुसार अचानक जेल बदले जाने से आजम व अब्दुल्ला का चेहरा लटक गया।
[ad_2]
Source link