[ad_1]
![Britain: 100 ब्रिटिश सांसदों ने पीएम सुनक को सौंपा पत्र, भारतीय जेल में बंद स्कॉटिश सिख को रिहा करने की मांग 100 British MP submit letter to PM Sunak demanding release of Scottish Sikh lodged in Indian jail](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/06/05/rishi-sunak_1685984365.jpeg?w=414&dpr=1.0)
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भारत आ रहे हैं। इससे पहले करीब 100 क्रॉस पार्टी ब्रिटिश सांसदों के एक समूह ने पीएम सुनक को हस्ताक्षर किए गए पत्र सौंपे हैं। पत्र में सांसदों ने आग्रह किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के दौरान एक स्कॉटिश सिख व्यक्ति की रिहाई का मुद्दा उठाने का आग्रह किया है।
जानिए कौन है स्कॉटिश सिख व्यक्ति
विदेशी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्कॉटलैंड के डंबर्टन के रहने वाले ब्रिटिश नागरिक जगतार सिंह जोहल (36) को 2017 में भारत में गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह दिल्ली की एक जेल में बंद है। ब्रिटेन में रह रहे उनके परिवार का आरोप है कि जोहल को जेल में यातनाएं दी जा रही हैं और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने इसका खंडन किया है। भारतीय अधिकारियों का कहना है कि जोहल गंभीर आरोपों के कारण गिरफ्तार किया गया है और इसलिए उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। बता दें, जोहल के खिलाफ हत्या की साजिश रचने के नौ आरोप हैं।
यह है पूरा मामला
डम्मबर्टन सांसद मार्टिन डॉचर्टी ने पत्र में लिखा है कि ब्रिटिश नागरिक जोहल पांच वर्षों से भारत की जेल में बंद हैं। उन्हें मनमाने ढंग से हिरासत में रखा गया है। जोहल की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए शिखर सम्मेलन एक महत्वपूर्ण अवसर है। पत्र में लिखा है कि हम आपसे आग्रह करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करें कि जगतार को नजरबंदी से रिहा किया जाए, जिससे वह अपने परिवार से मुलाकात कर सके। ब्रिटिश मानवाधिकार संगठन रिप्रिव जोहल के समर्थन में खड़ा है।
पूर्व प्रधानमंत्रियों ने उठाया था यह मुद्दा
हालांकि, डाउनिंग स्ट्रीट ने अबतक मामले में कोई टिप्पणी नहीं की है कि प्रधानमंत्री सुनक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के दौरान इस मुद्दे को उठाएंगे या नहीं। बता दें, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और थेरेसा ने भारतीय अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाया था।
[ad_2]
Source link