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![Climate: 174 वर्षों के जलवायु इतिहास में अब तक का सबसे गर्म महीना रहा जून, जुलाई में मजबूत हुआ अल-नीनो June was the hottest month in 174 years of climate history El Nino strengthened in July](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2022/06/05/750x506/heat-summer-temperature_1654401281.jpeg?w=414&dpr=1.0)
गर्मी, देहरादून
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जलवायु परिवर्तन के चलते तापमान बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। इसका एक और उदाहरण जून 2023 में दर्ज किया गया। 174 वर्षों के जलवायु इतिहास में जून के दौरान तापमान शिखर पर पहुंच गया। यह पहला मौका है जब जून के महीने का औसत तापमान सामान्य से 1.05 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज हुआ।
नेशनल ओसेनिक एंड एटमोस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के नेशनल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल इंफॉर्मेशन ने अपनी ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी। रिपोर्ट के अनुसार यह लगातार 47वां जून का महीना है जब तापमान बीसवीं सदी के औसत तापमान से ज्यादा दर्ज किया गया है। जलवायु परिवर्तन का असर दुनिया पर हावी होता जा रहा है।
जून-जुलाई में और मजबूत हुई अल नीनों की स्थिति
इससे पहले जून के दौरान सबसे ज्यादा तापमान 2020 में दर्ज किया गया था, जब तापमान सामान्य से 0.92 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था। वहीं जून 2019 के दौरान तापमान सामान्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था जो उसे अब तक का तीसरा सबसे गर्म जून बनाता है। जून 2022 में भी तापमान सामान्य से 0.89 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रिकॉर्ड किया गया था।
अमेरिका में 11 करोड़ लोगों को लू का अलर्ट
अमेरिका के भीषण गर्मी से परेशान लोगों को जरूरत न होने पर घर से बाहर न आने की सलाह दी गई है। दक्षिण पश्चिम अमेरिका से लेकर वाशिंगटन प्रांत तक तापमान 43 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने देश के 11.30 करोड़ लोगों को लू की चेतावनी दी है। आने वाले दिनों में तापमान में और बढ़ोतरी हो सकती है।
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