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उत्तर प्रदेश के एटा में मंगलवार की सुबह एक युवक फंदे से लटक गया। परिजन को जब पता चला तो कमरे का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। मेडिकल कॉलेज लेकर आए लेकिन चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमॉर्टम के ही शव को घर ले गए।
मामला कोतवाली देहात क्षेत्र के लहरा लालगढ़ी गांव का है। गांव निवासी मलिखान सिंह (40) ने पशुओं के घेर में बने कमरे में पंखा के कुंडा से रस्सी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। भतीजे सुनील ने बताया कि सुबह नाश्ता करने के बाद पशुओं के घेर पर गए थे। यहां पशुओं को चारा पानी दिया था। खाना खाने के लिए घर नहीं पहुंचे तब बेटी आरती घेर पर देखने के लिए गई।
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चारों ओर देखा लेकिन कहीं दिखाई नहीं दिए। तब कमरे का गेट बंद होना पाया। जंगला से देखा तो लटका पाया। इसके बीच चीखती हुई घर आई। उसने बताया तब ग्रामीण पहुंचे। लोगों ने दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला गया। किसी तरह से उतारकर मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने मृत बता दिया।
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बताया कि आत्महत्या की क्या वजह रही है, यह स्पष्ट नहीं है। उनकी मौत के पीछे किसी का हाथ नहीं लग रहा है। इसकी वजह से पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया है। थाना प्रभारी शंभूनाथ सिंह ने बताया कि थाना पर युवक की ओर से की गई आत्महत्या की कोई सूचना नहीं है। अगर कोई शिकायत आती है तो जांच कराई जाएगी।
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