[ad_1]
![Greater Noida : दूसरे दिन भी नहीं हो सकी पंढेर की रिहाई, डासना जेल पहुंचा परवाना, आज मुमकिन है आजादी Greater Noida: Pandher's release could not happen even on the second day, freedom is possible today](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/10/20/1_1697748567.jpeg?w=414&dpr=1.0)
मोनिंदर सिंह पंढेर
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
निठारी कांड में बरी होने के बाद लगातार दूसरे दिन परवान नहीं पहुंचने से मोनिंदर सिंह पंढेर की रिहाई नहीं हो सकी। अधिकारियों के मुताबिक रिहाई का दूसरा परवाना गाजियाबाद के डासना जेल पहुंच चुका है। बताया जा रहा है शुक्रवार को किसी भी समय परवाना लुक्सर स्थित जिला जेल पहुंच जाएगा। इसके बाद उसे रिहा कर दिया जाएगा।
वहीं रिहाई की खबर मिलने के बाद पंढेर के चेहरे पर रौनक लौट आई है। वह तुरंत जेल से बाहर निकलना चाहता है। बीमार होने के बावजूद बुधवार और बृहस्पतिवार को वह जेल में चहलकदमी करता दिखा। जबकि इससे पहले ज्यादातर समय व्हीलचेयर पर ही बिता रहा था। इसी साल जून में उसे गाजियाबाद की डासना जेल से लुक्सर लाया गया था। बीमार होने के चलते उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
बताया जा रहा है कि वह जेल में किसी से बात नहीं करता था। जेल में उसे वीआईपी ट्रीटमेंट देने की बात कही जा रही है। जेल में उसकी हर इच्छा का ख्याल रखा जाता था। जेल के उच्चाधिकारियों से उसने चाय के बजाय काॅफी पीने की इच्छा जाहिर की गई थी। उसी समय से ही उसे अलग से काॅफी पिलाई जाती है।
जुलाई में मिलने आया था बेटा, फिर कोई नहीं आया
इसी साल जुलाई में लुक्सर जेल में पंढेर से मिलने के लिए बेटा आया था। उसके बाद उससे मिलने कोई नहीं आया। किसी ने भी उसे फोन तक नहीं किया। इस बीच जेल प्रशासन ने पंढेर से किसी परिचित को बुलाने के लिए कहा है, जिससे जेल से निकलने के बाद वह घर तक जा सके। टीबी और शुगर का मरीज होने के वजह से पंढेर को चलने में भी परेशानी है। इस कारण किसी जेल प्रशासन ने नजदीकी या परिचित को बुलाने के लिए कहा है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट से रिहाई का परवाना पहले सीबीआई अदालत पहुंच गया जहां से उसे डासना जेल भेजा गया है। शुक्रवार को परवाना लुक्सर जेल पहुंच जाएगा। इसके बाद उसकी रिहाई कर दी जाएगी।
-अरुण प्रताप सिंह, जेल अधीक्षक लुक्सर
[ad_2]
Source link