[ad_1]
![Hyderabad: अमेरिका की सड़कों पर भूख से तड़प रही है भारतीय छात्रा, मां की सरकार से बेटी को वापस लाने की अपील Student from Hyderabad suffering from hunger on the streets of usa mother appeals to Government of India](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/07/27/750x506/amaraka-ma-fasa-bharata-ka-bta_1690420311.jpeg?w=414&dpr=1.0)
अमेरिका में फंसी भारत की बेटी।
– फोटो : ANI
विस्तार
अमेरिका में हैदराबाद की एक छात्रा सड़कों पर भूख से तड़प रही है। छात्रा की मां ने भारत सरकार से मांग की है कि जल्द ही उसे भारत लाया जाए। छात्रा स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करने अमेरिका गई थी।
पढ़िए क्या बोली पीड़िता की मां, जयशंकर को लिखा पत्र
अमेरिका में भूख से तड़प रही छात्रा का नाम सैयदा लुलु मिन्हाज जैदी है। उसकी मां सैयदा वहाज फातिमा ने बताया कि उनकी बेटी 2021 में मास्टर्स के लिए अमेरिका गई थी। वह शिकागो के डेट्रॉइट में ट्राइन यूनिवर्सिटी में मास्टर डिग्री करने गई थी। वहां पर वह सही से रह रही थी। लेकिन पिछले दो महीनों से उसका अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं हो पाया था। बाद में परिजनों को पता चला कि उसके बैग और सर्टिफिकेट सब कुछ गायब हो गए हैं। वह डिप्रेशन में चली गई है। उसकी स्वास्थ्य स्थिति खराब है। बता दें, पीड़िता की स्थिति तेलंगाना स्थित पार्टी मजलिस बचाओ तहरीक (एमबीटी) के प्रवक्ता अमजद उल्लाह खान ने बताया है। खान का कहना है कि हैदराबाद के कुछ लड़कों ने उसे शिकागो में एक मस्जिद के बाहर देखा।
पीड़िता की मां ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा। मां का कहना है कि भारत सरकार जल्द से जल्द मामले में हस्तक्षेप करे और बेटी को जितनी जल्दी हो सके वापस लेकर आए।
जयशंकर बोले- माता-पिता को अमेरिका भेजने का कर रहे हैं प्रयास
एमबीटी के प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपील की है कि जल्द से जल्द भारत की बेटी को वापस लाया जाए। मैंने ट्वीट का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय, शिकागो के भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा कि पीड़िता तुरंत यात्रा करने की स्थिति में नहीं है। पीड़िता की देखभाल के लिए हम उसके माता पिता को शिकागो भेजने की कोशिश कर रहे हैं। माता-पिता के पास पासपोर्ट नहीं है। तेलंगाना के आईटी मंत्री केटीआर से अपील की गई है कि वह जल्द पासपोर्ट और वीजा दिलाने में मदद करें। हम विदेश मंत्री जयशंकर और शिकागो के वाणिज्य दूतावास के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हैं, जिन्होंने मदद के लिए प्रयास किए।
[ad_2]
Source link