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![Jammu Kashmir: डोडा में बादल फटने से सड़क बही, भूस्खलन ने अमरनाथ यात्रियों का काफिला रोका, कश्मीर में बर्फबारी Amarnath pilgrims convoy enroute to Kashmir briefly stopped, Landslide in Jammu Kashmir](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/07/22/750x506/weather-jammu-kashmir-2023_1690020181.jpeg?w=414&dpr=1.0)
चिनाब नदी के बहाव से गिरा अवासीय ढांचा
– फोटो : एजेंसी
विस्तार
जम्मू-कश्मीर में लगातार मौसम का मिजाज बदला रहा है। जम्मू संभाग के अधिकांश हिस्सों में बारिश के बाद जलभराव हुआ है। इसका असर यातायात, बिजली और पानी की सप्लाई पर भी पड़ा है। कश्मीर में बर्फबारी होने के साथ हल्की बारिश भी हुई। इस बीच अमरनाथ यात्रा जारी है।
शनिवार को जम्मू से तीन हजार से अधिक यात्रियों के दल को कश्मीर के लिए भेजा गया। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर दो स्थानों पर भूस्खलन के बाद काफिले को रामबन में कुछ देर के लिए रोका गया। प्रशासन ने बताया कि रामबन जिले के मेहर और दलवास इलाकों में भूस्खलन के कारण यातायात ठप हो गया था।
उन्होंने बताया कि 3472 तीर्थयात्रियों का 20वां जत्था तड़के 132 वाहनों में जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ। राजमार्ग बंद होने के कारण काफिले को चंद्रकोट में रोका गया। हाईवे पर यातायात सुचारु होने के बाद उन्हें आगे की तरफ रवाना कर दिया गया।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और आंधी की सूचना मिली है। कठुआ जिले के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के पूर्वानुमान के साथ पूरे दिन बारिश होने की संभावना है। रविवार को कुछ स्थानों पर रुक-रुककर हल्की से मध्यम बारिश होगी।
सुबह चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण अखनूर के घड़खल में गुज्जरों की बस्ती जलमग्न हो गई। उधर, डोडा जिले में कोटा नाले में बादल फटने से थलीला-चिराला लिंक रोड का एक हिस्सा बह गया। इस क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
थाठरी के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट अतहर अमीन जरगर ने बताया कि भारी बारिश के साथ बादल फटने के कारण कोटा नाले में भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। इसमें किसी की जान जाने या घायल होने की सूचना नहीं है। सड़क से मलबा हटाने और इसे जल्द से जल्द बहाल करने के लिए मशीनरी को तैनात किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि डोडा-किश्तवाड़ राजमार्ग जो शिवा पुल से थाथरी पेट्रोल पंप के बीच बंद हो गया था, उसे दोतरफा यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। डोडा और किश्तवाड़ जिलों के अधिकांश हिस्सों में शनिवार को तीसरे दिन भी मूसलाधार बारिश जारी रही।
इससे चिनाब और उसकी सहायक नदियों नीरू और कलनई का जल स्तर बढ़ गया है। अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने और नदियों, नालों और अन्य संवेदनशील स्थानों से दूर रहने की सलाह दी है।
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