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![Moradabad News: क्रोध पर नियंत्रण करने से मिलती है आत्मशक्ति Self-power comes from controlling anger](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2021/10/25/750x506/moradabad_1635143244.jpeg?w=414&dpr=1.0)
मुरादाबाद। श्री शनि देव मंदिर रामगंगा विहार में आयोजित श्रीराम कथा के दूसरे दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम चरित का वर्णन किया गया। कथा व्यास धीरशांत दास अर्द्धमौनी ने बताया कि भगवान श्रीराम लीला में सती मोह, नारद मोह के दर्शन से हमें काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद पर नियंत्रण करने की आत्मशक्ति मिलती है। संसार को प्रेम, विश्वास, श्रद्धा और त्याग का साक्षात दर्शन करने के लिए श्रीराम कथा का रसास्वादन करना चाहिए।
नारदजी ने भगवान को शाप दिया लेकिन भगवान कुछ नहीं बोले। शांत भाव से सुनते रहे क्योंकि नारद तो उनकी इच्छा से ही बोल रहे थे। प्रभु के लिए निंदा स्तुति उभयसम है। भगवान चाहते तो ऐसी माया कर देते कि नारद जी के मुख से एक शब्द ही न निकलते लेकिन प्रभु तो यह शाप चाहते ही थे। भगवान श्री हरि ने नारदजी का शाप अपने शीश पर रखा। नारदजी से विनय भी किया और फिर अपनी माया का प्रभाव समाप्त कर दिया। माया हटते ही नारद जी आकाश से यथार्थ के धरातल पर गिरे और उन्हें अपनी भूल का अहसास हो गया। घबरा कर प्रभु के चरणों मे गिरकर क्षमा मांगने लगे। जब किसी की संगत से आपके विचार शुद्ध होने लगे, तो समझ लेना वो कोई साधारण व्यक्ति नहीं है। बल्कि भगवान का संदेशवाहक है जो आपको मोक्षदायिनी मार्ग प्रशस्त कर रहा है। इस दौरान पवन अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, वैभव अग्रवाल, शिवानी अग्रवाल, काव्या, प्रस्तुति बंसल, पुलकित बंसल, रिंकी अग्रवाल, विनीत अग्रवाल, नीतू गोयल, मोहित गोयल आदि मौजूद रहे।
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