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मुरादाबाद। जिले में बुखार क कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इलाज में देरी के कारण यह बुखार टाइफाइड का रूप ले रहा है। प्लेटलेट्स कम होने से रोगी के शरीर में कमजोरी आ रही है और रिकवरी में समय लग रहा है। स्थिति यह है कि जिला अस्पताल में तीन दिन में बुखार के 200 मरीज भर्ती हुए हैं। जबकि ओपीडी में हर दिन 300 से ज्यादा मरीज बुखार के देखे जा रहे हैं।
जिला अस्पताल में हाल ही में 32 बेड बढ़ाए हैं। इनमें से 24 बेड फुल हो चुके हैं। अब भी कहीं कहीं एक बेड पर दो-दो मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इन दिनों वायरल फीवर हर आयु वर्ग के लोगों में देखा जा रहा है। भर्ती उन मरीजों को करना पड़ रहा है, जिनके इलाज में देरी हुई है या जिनकी इम्युनिटी कमजोर है। इनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चों की संख्या ज्यादा है। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. रामकिशोर का कहना है कि यूं तो बुखार कोई बीमारी नहीं है। जब शरीर में कहीं गड़बड़ होती है को उससे सचेत करने के लिए बुखार के रूप में हमें संदेश मिलता है।यदि छोटी छोटी बातों पर ध्यान दिया जाए तो शरीर में होने वाली परेशानियों से बचा ज सकता है, जोकि बुखार का कारण हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
गर्मी में आकर ठंडा पानी न पीयें
बासी, फ्रिज में रखा हुआ भोजन न करें
मच्छरों से बचने के लिए साफ सफाई रखें
शाम को पूरी आस्तीन व फुल पैंट पहनकर ही बाहर निकलें
रात में मच्छरदानी लगाकर सोएं
फल व इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजें खाएं
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