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जिला अस्पताल मुरादाबाद में भर्ती मरीज
– फोटो : अमर उजाला
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मुरादाबाद के अगवानपुर में डेंगू से छात्रा इकरा (14) की मौत हो गई। कस्बे में 11 दिन में यह चौथी मौत है। इससे पहले तीन लोगों की बुखार से मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग को डेंगू से होने वाली मौत की जानकारी नहीं है। बीजना गांव में भी जब आधे से ज्यादा मरीज ठीक हो गए थे, तब विभाग को पता चला था कि 20 लोग डेंगू पीड़ित हैं।
डेंगू, मलेरिया समेत 12 प्रकार के संक्रामक रोगों की रिपोर्ट लैब संचालकों को पोर्टल पर डालनी होती है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की नजर रहे। इसके बाद भी महकमा मरीजों का पता लगाने में असमर्थ है। रविवार को अगवानपुर में बुखार से आठ माह की बच्ची की मौत हुई तो सोमवार को स्वास्थ्य कर्मी पहुंचे और लोगों की जांच की।
सोमवार को डेंगू से किशोरी की मौत की जानकारी विभाग को नहीं हुई। मोहल्ला निहारियान निवासी छात्रा कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती थी। मृतका के पिता अकरम ने बताया कि 20 अगस्त को बेटी को बुखार हुआ था। स्थानीय डॉक्टर से तीन दिन इलाज कराया।
हालत बिगड़ने पर बृहस्पतिवार को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में हुई जांच में छात्रा को डेंगू की पुष्टि हुई थी। चार दिन इलाज के बाद उसकी मौत हो गए। अकरम जुमे की बाजार में सब्जी का फड़ लगाते हैं।
शिविर न लगने से लोगों में आक्रोश
नगर पंचायत अगवानपुर से दो किलोमीटर दूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। इसके चलते आसपास के झोलाछाप इसका फायदा उठाते हैं। बुखार से लगातार हो रही मौतों के बावजूद स्वास्थ्य केंद्र की टीम द्वारा शिविर न लगाए जाने से लोगों में आक्राेश है। मोहल्लेवासी मिनासिफ, सुमित, सबाबुल, शंकर और नीरज का आरोप है कि क्षेत्र में न सफाई हो रही है और न एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है।
अब तक मिले डेंगू के 38 मरीज
जिले में अब तक डेंगू के 38 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से 21 मरीज बीजना गांव के थे, जो स्वस्थ हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग सप्ताह भर बाद इन मरीजों को स्वस्थ मान लेता है। बाद में फोन करके स्थिति नहीं पूछी जाती। डेंगू के अलावा वायरल बुखार से भी अस्पताल व डॉक्टरों के क्लीनिक में भीड़ लगी है। बुखार में लोगों की प्लेटलेट्स कम हो रही हैं।
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