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![Morgan Stanley: ड्रैगन को पछाड़ने की राह पर हम! मॉर्गन स्टेनली ने भारत का स्टेटस बढ़ाया; चीन का घटाया Morgan Stanley Upgrades India's Status To 'Overweight', Downgrades China](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2020/04/29/750x506/morgan-stanley_1588114077.jpeg?w=414&dpr=1.0)
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– फोटो : social media
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ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने भारत का स्टेटस बदलकर ‘ओवरवेट’ कर दिया है क्योंकि उसका मानना है कि देश का सुधार और मैक्रो-स्टेबिलिटी एजेंडा मजबूत पूंजीगत व्यय और लाभ के दृष्टिकोण का समर्थन करता है। ओवरवेट रेटिंग का मतलब है कि फर्म को उम्मीद है कि भारत की अर्थव्यवस्था भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेगी। अमेरिका के एएए दर्जा खोने और चीन में आर्थिक मंदी की पृष्ठभूमि में भारत के स्टेटस में यह सुधार किया गया है। फर्म ने कहा कि भारत के मैक्रो संकेतक लचीले बने हुए हैं और अर्थव्यवस्था 6.2% जीडीपी पूर्वानुमान को प्राप्त करने की राह पर है।
मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने कहा, ‘हमारी प्रक्रिया में भारत 6 से 1 तक पहुंच गया है, जिसमें सापेक्ष मूल्यांकन अक्टूबर की तुलना में कम है और बहुध्रुवीय विश्व गतिशीलता का लाभ उठाने की भारत की क्षमता एक महत्वपूर्ण रूप से फायदेमंद चीज है। रिपोर्ट में कहा गया है, “भारत यकीनन विकास के एक लंबी लहर की शुरुआत में है, जबकि चीन अब उस लहर से बाहर निकल रहा है।”
फर्म ने चीनी शेयरों पर अपनी रेटिंग को भी घटाकर समान भारांक कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि निवेशकों को लाभ लेने के लिए सरकारी प्रोत्साहन प्रतिज्ञाओं से प्रेरित तेजी का लाभ उठाना चाहिए। विकास को बढ़ावा देने और देश के निजी क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के बीजिंग के कई वादों के बीच हाल के दिनों में चीनी परिसंपत्तियों को बढ़ावा मिला है। बैंक के विश्लेषकों ने एक रिपोर्ट में लिखा है कि नरमी के उपाय टुकड़ों में आने की संभावना है, जो शेयरों के लाभ को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता है। मॉर्गन स्टैनली की ओर से लचीली अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए भारत को अंडरवेट से बराबर वजन में लाने के कुछ ही महीनों बाद यह रेटिंग अपग्रेड की गई है।
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