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![Rampur: आजम खां के साथ सपा विधायक नसीर खां के घर पर भी इनकम टैक्स की छापेमारी, जौहर ट्रस्ट को लेकर जांच Income tax raid on the house of SP MLA Naseer Khan along with Azam Khan](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/09/13/jahara-yanavarasata-ka-gata-para-lga-tal-oura-bhara-khaugdha-lga_1694581296.jpeg?w=414&dpr=1.0)
जौहर यूनिवर्सिटी के गेट पर लगा ताला और बाहर खड़े लोग
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जौहर ट्रस्ट को लेकर रामपुर में सपा नेता आजम खां के साथ विधायक नसीर खां के घर पर भी आयकर विभाग की छापेमारी हुई। बुधवार सुबह ही विभाग की टीम सुरक्षा कर्मियों के साथ रामपुर पहुंची। इसके बाद अलग-अलग टीमों ने आजम खां और विधायक नसीर खां के घरों में जाकर जांच की। जौहर विश्वविद्यालय के गेट पर ताला लगाकर कागजात खंगाले गए।
विधायक आवास के साथ जौहर विवि पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद रहे। कार्रवाई के दौरान किसी भी व्यिक्त को अंदर या बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई। आजम खां के हमसफर रिसोर्ट पर अधिकारी एसएसबी जवानों के साथ पहुंचे। आजम खां के जौहर ट्रस्ट के जितने भी ट्रस्टी हैं सभी के यहां एक साथ छापेमारी चल रही है। जौहर यूनिवर्सिटी और रामपुर पब्लिक स्कूल का संचालन भी ट्रस्ट ही करता है। आजम खां ट्रस्ट के आजीवन अध्यक्ष हैं। उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा, बेटे अब्दुल्ला आजम, बहन निकहत अफलाक भी ट्रस्ट की पदाधिकारी हैं। सपा विधायक नसीर खां भी ट्रस्ट के पदाधिकारी हैं।
साल 2019 में हुए थे जांच के आदेश
तत्कालीन सांसद आजम खां पर बेनामी संपत्ति और टैक्स में अनियमितता का आरोप वर्तमान विधायक भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने वर्ष 2019 में लगाया था। उन्होंने इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय में शिकायत कर दस्तावेज सौंपे थे। पूरे मामले को देखते हुए केंद्रीय मंत्रालय ने ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को जांच के आदेश दे दिए थे। आरोप था कि सांसद आजम खां ने 2012 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद 560 एकड़ भूमि में जौहर विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य शुरु करवाया। इसमें नियमों और कानून को ताख पर रखकर सरकारी धन का दुरुपयोग और जमीनों पर कब्जा करने की बात कही थी। इसके अलावा गरीब किसानों एवं अनुसूचित जाति के लोगों की जमीनों को जबरन अपने नाम करवा कर उस पर भवन निर्माण कराने का आरोप था। आजम खां पर ठेकेदारों, उद्योगपतियों से करोड़ों रुपये चंदे के रूप में लेकर काले धन को सफेद करने की भी कोशिश का भी आरोप था। शिकायत में यह भी कहा गया है कि जौहर विश्वविद्यालय में स्थित भवन निर्माण के अंतर्गत किसी भी तरीके का कोई सेस एवं कोई टैक्स नहीं जमा किया गया है।
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