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रामपुर। यतीमखाना बस्ती को खाली कराने के नाम पर की गई लूटपाट, डकैती और मारपीट के दो मामलों में सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां के करीबी रह चुके भाजपा नेता फसाहत अली खां शानू और जेल में बंद हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र चौहान पर आरोप तय हो चुके हैं। अब इस मामले की सुनवाई 12 अक्तूबर को होगी।सपा सरकार में शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला यतीमखाना बस्ती को खाली कराया गया था। इस दौरान लोगों ने मारपीट, लूटपाट और डकैती के आरोप लगाए थे। भाजपा सरकार आने के बाद 2019 में कोतवाली में इसकी रिपोर्ट दर्ज हुई थी। यतीमखाना से जुड़े कुल 12 मामले दर्ज किए गए थे। इन मामलों में सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां को भी आरोपी बनाया गया है। कोर्ट में यह मामले विचाराधीन है। बृहस्पतिवार को कोर्ट में दो मामलों की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान आरोपी बनाए गए हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र चौहान व सपा से भाजपा में शामिल हो चुके फसाहत अली खां शानू कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के दौरान दोनों पर आरोप तय किए गए। साथ ही कोर्ट ने गवाही के लिए गवाहों को नोटिस जारी करते हुए 12 अक्तूबर की तारीख तय की है। एडीजीसी सीमा राणा ने बताया कि दोनों आरोपियों पर आरोप तय हो चुके हैं। अब इन मामलों में गवाही होनी है।
यतीमखाना प्रकरण में दी गवाही
यतीमखाना के एक मामले में दरोगा जितेंद्र वर्मा ने कोर्ट पहुंचकर गवाही दी। उनकी गवाही पूरी हो गई है। अब मामले में अगली सुनवाई 12 अक्तूबर को होगी।
किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में दी गई नकलें
किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में अजीमनगर थाने में दर्ज तीन मामलों में बृहस्पतिवार को सुनवाई हुई। सुनवाई में आजम खां पर लगाए गए आरोपों की नकलें बचाव पक्ष को दी गईं। अब मामले में 17 अक्तूबर को आरोप तय होंगे। बताते चलें कि किसानों की जमीन कब्जाने में अजीमनगर थाने में 27 मामले दर्ज हैं।
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