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रामपुर। बुखार और डेंगू-मलेरिया के बढ़ते प्रकोप के बीच लोग आयुर्वेदिक दवाओं का रुख कर रहे हैं। जिला अस्पताल स्थित आयुष अस्पताल में प्रतिदिन 50 से अधिक बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं। दवा खाकर मरीजों को एक सप्ताह में स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है।
जिले में अब तक 250 से ज्यादा डेंगू और मलेरिया के 85 रोगी सामने आ चुके हैं। इसके चलते जिला अस्पताल से लेकर पीएचसी-सीएचसी में काफी भीड़ उमड़ रही है। अंग्रेजी दवाओं के साइड इफेक्ट भी सामने आ रहे हैं। इसके चलते तमाम लोग आयुर्वेदिक दवाओं की ओर रुख कर रहे हैं। आयुष अस्पताल में पिछले दो माह से प्रतिदिन 150 से अधिक रोगी ओपीडी में आ रहे हैं। इनमें 50 से अधिक रोगी बुखार, खांसी, जुकाम से पीड़ित हैं। उन्हें गिलोय, रासनापत्र चूर्ण, संजीवनी वटी आदि से राहत मिल रही है। अस्पताल के डॉ. मोहम्मद इकबाल ने बताया कि बुखार के रोगी सबसे ज्यादा आ रहे हैं। उन्हें आयुर्वेदिक दवाओं से आराम मिल रहा है।
काढ़ा बनाकर पीने से बढ़ेंगी प्लेटलेट्स
डेंगू की चपेट में आने के बाद काफी तेजी के साथ प्लेटलेट्स गिरती हैं। बुखार में भी ऐसी स्थिति देखने को मिल रही है। इन्हें बढ़ाने में देसी नुस्खे भी काम आते हैं। आयुर्वेदिक डॉ. शैजी ने बताया कि अनार का जूस और पपीते के पत्ते, गिलोय, थोड़ी अदरक और तुलसी के आठ से नौ पत्ते डालकर काढ़ा बनाकर दिन में दो बार पीने से प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ती हैं।
बुखार में इनका करें सेवन
– नारियल पानी पीएं।
-तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालें और फिर इस पानी को पी लें।
-पपीते की पत्तियों को पीसकर या फिर पानी में उबालकर पीएं।
– 3-4 चम्मच चुकंदर का जूस एक गिलास गाजर के जूस में मिलाकर पीएं।
-विटामिन सी से युक्त फलों का सेवन करें।
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