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रामपुर। सैफनी क्षेत्र के मधुपुरी गांव निवासी 56 वर्षीय गणेश की शनिवार को बुखार से मौत हो गई। गांव में बुखार से अब तक चार लोगों की जान जा चुकी है। महिला में डेंगू के लक्षण थे और एनएस-1 जांच पॉजिटिव आई थी। गांव में 20 से ज्यादा लोग बुखार की चपेट में हैं। वहीं स्वास्थ्य टीम ने गांव पहुंचकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। मधुपुरी गांव निवासी लेखराज की पत्नी गणेशी को तीन दिन पहले तेज बुखार आया था। बुखार के कारण घर पर ही दो दिन तक ड्रिप लगी और दवा कराई गई, लेकिन हालात में सुधार नहीं होने पर उन्हें सैफनी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। तबीयत बिगड़ने पर परिजन उन्हें मुरादाबाद के निजी अस्पताल ले गए, जहां शनिवार सुबह उनकी मौत हो गई।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में एंटी लार्वा के छिड़काव न होने के कारण मच्छर पैदा हो रहे है। अब तक स्वास्थ्य विभाग की जांच में लगभग 20 मरीज डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। गांव में इससे पहले खुशबू, शाने आलम और सानिया की भी बुखार से मौत हो चुकी है। बुखार से मौत की सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों का परीक्षण किया और ब्लड सैंपल भी लिए। स्वास्थ्य टीम में डॉक्टर आसिफ कुरैशी, सुपरवाइजर मुख्तयार अली, एलटी रूपेश मौजूद रहे।
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मेरी मां गणेशी को बुखार तीन दिन पहले आया था। घर में इलाज कराया था। बाद में सैफनी ले गए थे। उसके बाद मुरादाबाद में मौत हो गई। गांव में सफाई न होने के कारण नालियां गंदगी से पटी हुई हैं, जिस कारण मच्छर पैदा हो रहे हैं। – दानवीर, ग्रामीण
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मेरी भतीजी खुशबू की बुखार से मौत हुई थी। गांव में इस समय डेंगू का प्रकोप है, लेकिन सफाई नहीं हो रही है। गांव में बहुत लोग बुखार से पीड़ित हैं।
राम प्रकाश, ग्रामीण
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