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रामपुर। सूखे कचरे के निस्तारण की योजना में एक और रोड़ा लग गया है। सप्ताह भर पहले मशीनें लगने के बाद अब मशीनों को चलाने के लिए बिजली कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। नगर पालिका की ओर से से बिजली विभाग केे पत्र भेजने के साथ ही साढ़े चार लाख रुपये भी जमा करा दिए हैं, लेकिन अभी ट्रांसफार्मर नहीं लग सका है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि बिजली विभाग के पास मेन लाइन से एमआरएफ सेंटर तक कनेक्शन देने के लिए खंभे नहीं हैं। इसके लिए कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है।रामपुर के हजरतपुर में मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) सेंटर बनाया गया है। इस सेंटर को बनाने में करीब 85 लाख रुपये की लागत आई है। इस सेंटर में मशीनों के जरिये रोजाना पांच टन सूखे कचरे को रिसाइकिल किया जाएगा। इसके बाद इसके उत्पाद बनाकर इनको निजी फर्म के द्वारा बिक्री कराई जाएगी, जिससे पालिका के राजस्व में बढ़ोतरी होगी। एमआरएफ सेंटर पिछले साल बनकर तैयार हो गया था, मगर मशीनें न होने के चलते मामला अटक था।
एक सप्ताह पहले 35 लाख खर्च के बाद पांच मशीनें आ गई है। इन मशीनों का इंस्टालेशन भी किया जा चुका है। मगर बिजली कनेक्शन न होने के चलते संचालन शुरू नहीं हो सका है। हालांकि, बिजली विभाग ने एक सप्ताह में कनेक्शन देने का आश्वासन दिया है। कनेक्शन मिलते ही कूड़ा निस्तारण का काम शुरू हो जाएगा।
पांच टन क्षमता की हैं मशीनें
रामपुर शहर में हजरतपुर में बने एमआरएफ सेंटर में आई मशीनों की क्षमता पांच टन की है। रोजाना यहां पर पांच टन कचरे का निस्तारण किया जा सकेगा। इसके लिए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की गाड़ियों में एक तरफ सूखा और एक तरफ गीला कचरा डाला जाएगा और फिर इसको हजरतपुर में लाकर निस्तारण कराया जाएगा।
बिजली विभाग के पास खंभे नहीं
नगर पालिका ने ट्रांसफार्मर और उसके आसपास बिजली के खंभे लगाने के लिए कहा है, लेकिन अभी विभाग के पास खंभे नहीं है, जिस वजह से एमआरएफ सेंटर को बिजली कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। कनेक्शन होने के बाद ही मशीनें संचालित हो सकती हैं।
कैसे होगा सूखे कचरे का निस्तारण
सबसे पहले गीले और सूखे कचरे को पृथक किया जाएगा। इसके बाद सूखे कचरे को हजरतपुर लाया जाएगा और फिर यहां पर मशीनों में रिसाइकिल की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इस कचरे को रिसाइकिल के बाद इनको नया आकार देकर तरह-तरह के उत्पाद बनाए जाएंगे। इसको कंपनी के जरिये बेचा जाएगा और आमदनी के रास्ते खुलेंगे।
वर्जन
सूखा कचरा निस्तारण की प्रक्रिया शुरू होने पर शहर की कचरा व्यवस्था की काफी मुश्किलें हल हो जाएंगी। मशीनें आ गई हैं, बिजली कनेक्शन के बाद इस प्लांट को सुचारू करा दिया जाएगा।
– अवनीश कुमार, प्रभारी अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका रामपुर।
विभाग के पास बिजली के खंभे नहीं है। कर्मचारियों को जल्द से जल्द खंभे मंगवाकर लगवाने के निर्देश दिए हैं। एक सप्ताह के अंदर एमआरएफ सेंटर को बिजली कनेक्शन दे दिया जाएगा।
इमरान खान, एक्सईएन, प्रथम रामपुर डिवीजन
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