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रामपुर। शाहबाद ब्लॉक की ग्राम पंचायत कूप में बुखार का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। गांवों के हर तीसरे घर में एक-दो रोगी बुखार से पीड़ित हैं। बुखार फैलने की बड़ी वजह गांव में व्याप्त गंदगी है। सप्ताह भर में इस गांव में 32 लोग डेंगू पॉजीटिव मिल चुके हैं। इसको लेकर पंचायती राज और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो चुका है।
गांव में गंदगी का मुख्य कारण नाले व नालियों की नियमित रूप से सफाई न होना है। गांव के लोगों ने बताया कि यहां पर तैनात सफाई कर्मी नियमित रूप से साफ-सफाई करने आएं तो गंदगी की समस्या न बने। इसके अलावा गांव की टूटी सड़कें व नालियों में बारिश के पानी का भराव होता है। जिसमें मच्छरों का लार्वा पनपता है और लोग बीमार होते हैं। सप्ताह भर में इस गांव में 32 लोग डेंगू पॉजीटिव निकल चुके हैं और 12 डेंगू पीड़ितों का उपचार चल रहा है। इसके अलावा गांवों में सैकड़ों लोग बुखार से पीड़ित हैं। गांव में कोई भी स्वास्थ्य केंद्र न होने से लोगों को उपचार कराने के लिए शाहबाद सीएचसी की दौड़ लगानी पड़ती है। इस वजह से लोग परेशान होकर निजी डॉक्टर से अपना इलाज कराते हैं।
इंसेट
गांव में सड़क किनारे घूरा अथवा गोबर डालने पर खंड विकास अधिकारी ने 25 लोगों को नोटिस दिया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण मना करने के बावजूद सड़क किनारे घूरा डाल रहे हैं। इससे बीमारियां फैलती हैं।
बोले लोग
गांव की नियमित रूप से सफाई होनी चाहिए। अभी टीमें भ्रमण कर रही हैं, लेकिन हालत सामान्य होने के बाद कोई भी यहां लोगों का हाल पूछने नहीं आएगा। इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
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छत्रपाल मौर्य
सफाई होने की वजह से गांव में बीमारियां पनपती हैं। बारिश के मौसम में गांव का और बुरा हाल हो जाता है। इसके लिए गांव के प्रधान को जिम्मेदारी समझनी होगी और नियमित सफाई करानी होगी।
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गांव में बारिश का पानी नालियों व सड़कों में आकर भरता है। गांव के बराबर से रामगंगा भी हैं। बारिश में रामगंगा का पानी गांव में घुस आता है। ऐसे में मच्छरों को पनपने का मौका मिलता है।
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बीमारियों से बचाव के लिए हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि अपने घर व आसपास साफ सफाई रखें। घरों में कूड़ा-कबाड़ा साफ करते रहें तो बीमारियां न हों और लोग भी स्वस्थ रहें।
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महेश गुप्ता
बयान
गांवों में टीमें लगातार भ्रमण कर साफ-सफाई कर रही हैं। बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को भी जागरूक होकर अपने घर अथवा आसपास सफाई रखनी होगी। इसके लिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
गांव का स्वयं भ्रमण कर चुका हूं। बुखार के कुछ रोगी पीड़ित हैं। इनकी जांच कराकर उपचार दिया जा रहा है। लोगों से अपील है कि बीमार होने पर सरकारी अस्पताल में जांच कराएं। निजी डॉक्टरों के चक्कर में न पड़ें।
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