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रामपुर। राजकीय रजा स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिंदी विभाग द्वारा आयोजित हिंदी सप्ताह का समापन समारोह हुआ। जिसमें महाविद्यालय के शिक्षकों ने हिंदी भाषा पर खुलकर चर्चा की।प्राचार्य प्रो. डॉ. दीपा अग्रवाल ने कहा कि जनतांत्रिक आधार पर हिंदी विश्व भाषा है। उसे समझने वालों की संख्या संसार में तीसरी है। बताया कि विश्व के 132 देश में बसे भारतीय मूल के दो करोड़ लोग हिंदी माध्यम से ही अपना कार्य निष्पादित करते हैं। हिंदी विभाग के प्रभारी डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है। कहा कि हम हिंदी में ही पढ़े, लिखे, सोचे और बोलें। कहा कि हिंदी का प्रचार-प्रसार करना सभी की जिम्मेदारी है।
हिंदी विभाग के सहायक प्रो. डॉ. अब्दुल लतीफ ने कहा कि आज विश्व में हिंदी तीसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर मंदारिन, दूसरे पर अंग्रेजी और तीसरे स्थान पर हिंदी बोली जाती है। बताया कि हिंदी का प्रचार-प्रसार बढ़ रहा है। हिंदी अब हमारे देश से निकलकर विदेश में पहुंच गई है। बताया कि दुनिया के 132 विश्वविद्यालय में हिंदी पढ़ाई जा रही है। जबकि विदेशों में 25 से भी अधिक पत्र-पत्रिकाएं हिंदी में प्रकाशित हो रही हैं। हिंदी सप्ताह के समापन पर स्वरचित कविता पाठ का आयोजन किया गया। स्वरचित कविता पाठ का विषय राष्ट्र व समाज की सामाजिक समस्याएं रहा।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान एमए हिंदी द्वितीय वर्ष की याचना रानी एवं द्वितीय स्थान पर एमए प्रथम वर्ष हिंदी की अनीता रही। तृतीय स्थान पर कोई भी छात्र चयनित नहीं हो सका। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका डॉ राजेश कुमार और डॉक्टर प्रशांत ने अदा की। प्रतियोगिता का संचालन प्रतियोगिता के संयोजक डॉ. अब्दुल लतीफ ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया। इस मौके पर डॉ. सैयद मोहम्मद अरशद रिजवी, डॉ. मीनाक्षी गुप्ता, डॉ. ललित कुमार, डॉ. मोहम्मद नासिर, डॉ. मोहम्मद कामिल, आकांक्षा ,डॉ. आयुष ,डॉ. शकील अहमद आदि मौजूद रहे।
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