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रामपुर। प्रदेश मेंं पुरानी पेंशन लागू नहीं होने पर केंद्र व प्रदेश सरकार के कर्मचारियों और शिक्षकों में रोष व्याप्त है। इसको लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले जिले के तमाम शिक्षक लखनऊ के बेसिक शिक्षा निदेशालय विद्या भवन में सोमवार को धरना-प्रदर्शन कर पुरानी पेंशन बहाली की आवाज को बुलंद करेंगे। इसके लिए रविवार रात में रवाना होने से पहले शिक्षकों ने हुंकार भरी। कहा कि पुरानी पेंशन हमारा हक है, इसे हम लेकर रहेंगे।
जिले से तकरीबन 400 शिक्षकों का एक समूह लखनऊ पहुंचने के लिए रविवार को रामपुर से बस और कार से रवाना हुआ। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री चरन सिंह ने बताया कि पुरानी पेंशन शिक्षक के बुढ़ापे का सहारा है। पेंशन ही नहीं रहेगी तो सहारा कैसा। इसके लिए संगठन लंबे समय से पुरजोर मांग करता आया है। अब अपनी इस मांग को उठाकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए लखनऊ में विशाल धरना प्रदर्शन होने जा रहा है। शिक्षक नेता आनंद प्रकाश गुप्ता का कहना है कि नई पेंशन से कर्मचारी संतुष्ट नहीं है। 20 नवंबर तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होती है तो कर्मचारी देशव्यापी आंदोलन करेंगे और फिर सरकार को शिक्षक-कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ेगा।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की मांग भी पकड़ रही जोर
जिले भर में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले पुरानी पेंशन बहाली की मांग जोर पकड़ती दिखाई दे रही है। हाल में दिल्ली में हुए महासम्मेलन में बैनर तले विभिन्न विभागों के कर्मचारियों और शिक्षकों ने पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर अपनी ताकत का अहसास कराया था। इससे पहले पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर रथयात्रा पूरे प्रदेश में घूमकर रामपुर पहुंची थी। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिलाध्यक्ष पंडित रामबाबू शर्मा ने बताया कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों के हित में है। कोई भी सरकारी कर्मचारी अपने जीवन के महत्वपूर्ण 25 से 30 साल राजकीय सेवा में देता है। उसके बदले में पेंशन उसका हक है। इस मुद्दे पर देश के कर्मचारी एकजुट हैं। अब हम लखनऊ में महाप्रदर्शन के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। जिसके जरिये हम एकजुटता का परिचय देते हुए सरकार से प्रदेश में पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग करेंगे।
पुरानी पेंशन हर तरह से कर्मचारियों के हित में है। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सेेमवार को लखनऊ में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
– चरन सिंह, जिलामंत्री, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ।
पेंशन शिक्षक व कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा है। इसलिए मांग की जाती है कि सरकारी पुरानी पेंशन बहाली को लागू कर सरकारी कर्मचारियों के हित में निर्णय करे। पुरानी पेंशन बहाल न होने तक संघर्ष जारी रहेगा।
नई पेंशन योजना में कर्मचारियों के साथ धोखा किया जा रहा है। सरकारी कोष से कर्मचारी के वेतन का 14 फीसदी हिस्सा निजी कंपनियों को दिया जाता है, वह पूर्ण रूप से गलत है। इसलिए शिक्षक-कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। सरकार को पुरानी पेंशन बहाल करनी चाहिए।
पुरानी पेंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी है। पेंशन नहीं रहेगी तो बुढ़ापे में गुजर बसर कैसे होगी। आजीविका के लिए मुश्किल होगा। इसलिए सरकार को कर्मचारियों का हित देखते हुए पेंशन को बहाल करना चाहिए।
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