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रामपुर। तराई खाद्य व्यापार संघ ने नवीन मंडी में व्यापारियों व किसानों के खरीदे गए धान के करीब सवा करोड़ रुपये लेकर फरार होने के आरोपी एक व्यापारी की आढ़त को एक अन्य व्यापारी द्वारा खोलने पर आपत्ति जताई। व्यापारियों ने रोष जताते हुए आढ़त में तालाबंदी कर दी। बाद में कोतवाली में पहुंचे दोनों पक्षों के मध्य यह सहमति बनी की जब तक आरोपी व्यापारी द्वारा आढ़ती व किसानों के धान की बकाया का भुगतान नहीं कर दिया जाता, तब तक आढ़त नहीं खुलने दी जाएगी। तराई खाद्य व्यापार संघ के अध्यक्ष सुनील कुमार गुप्ता के अनुसार करीब तीन साल पहले नगर की नवीन मंडी स्थित एक आढ़त के स्वामी ने कुछ व्यापारी व कुछ किसानों से करीब सवा करोड़ रुपये का धान खरीदा था। आरोप है कि जिसका भुगतान संबंधित लाइसेंस धारक आढ़ती द्वारा नहीं किया गया। मामला थाने भी पहुंचा था, मगर विवाद नहीं सुलझ सका। संघ के अध्यक्ष का कहना है कि आरोपी आढ़ती ने अपनी आढ़त एक अन्य व्यापारी को बतौर किराए पर दे दी। किराए पर दुकान लेने वाले व्यापारी ने शनिवार को जब दुकान खोली तो मामले की सूचना सभी व्यापारियों में फैल गई। कुछ ही देर में तमाम व्यापारी अध्यक्ष के नेतृत्व में मौके पर पहुंचे और उन्होंने बिना भुगतान किए आढ़त खोलने का विरोध जताया। व्यापारियों का कहना था कि उक्त दुकान को लाइसेंस धारक के अलावा कोई अन्य व्यक्ति नहीं खोल सकता और न ही उक्त मंडी की सरकारी दुकान किसी को किराए पर दी जा सकती। ऐसी स्थिति में केवल लाइसेंस धारक को ही दुकान खोलने का अधिकार है। संघ के कार्यकर्ताओं ने बकायेदार आढ़ती की दुकान में तालाबंदी कर दी। इसके बाद मामला कोतवाली पहुंच गया। कोतवाली में दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक बातचीत होती रही। दोनों पक्षों ने अपनी अपनी बात कोतवाली प्रभारी नवाब सिंह को बताई। बाद में तय हुआ कि उक्त दुकान को केवल लाइसेंस धारक ही खोल सकते हैं। कोई अन्य नहीं खोल सकते और यह दुकान न किसी को किराए पर भी दी जाएगी। बाद में दोनों पक्ष थाने से वापस लौट आए। अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस ने भी नियमों के खिलाफ दुकान खोल रहे अन्य व्यापारी को चेतावनी दे दी है कि अगर उन्होंने जबरन दुकान खोलने का प्रयास किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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