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रामपुर। जिले के बेसिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी से बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। शिक्षकों की कमी से नगर क्षेत्र में बेसिक के 53 स्कूलों में से तीन स्कूल बंद हो चुके हैं। 10 स्कूल सिर्फ एक शिक्षक के सहारे संचालित हो रहे हैं। ऐसे में शिक्षक के अवकाश पर जाने पर इन स्कूलों में भी ताला लटक जाता है।
हाल ही में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की अंतरजनपदीय तबादला प्रक्रिया पूर्ण हुई है। जिसमें जिले को 181 शिक्षक मिले थे। इनको स्कूलों का आवंटन किया जा चुका है। खास बात ये है 181 में से केवल एक शिक्षक को नगर क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय घेर सलामत खां में तैनाती मिली। बाकी 180 शिक्षकों को ब्लॉक क्षेत्र के देहात के स्कूलों में तैनाती दी गई है।
ऐसे में नगर क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में शिक्षक-छात्र संख्या का अनुपात गड़बड़ाया हुआ है। नगर क्षेत्र के 53 स्कूलों में 167 शिक्षक या शिक्षामित्र तैनात हैं, लेकिन सही अनुपात में आवंटन न होने से शिक्षकों की कमी से तीन स्कूलों में ताला लटक चुका है। यह तीन स्कूल उच्च प्राथमिक विद्यालय दूंदाई, उच्च प्राथमिक विद्यालय टिकटगंज और प्राथमिक विद्यालय तास्का का मजरा हैं। इन स्कूलों के बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। दूसरी ओर एकल स्कूलों में सात स्कूल ऐसे हैं जिन में एक ही सहायक अध्यापक बच्चों को पढ़ा रहे हैं। तीन स्कूल सिर्फ शिक्षामित्र के सहारे चल रहे हैं। ऐसे में एकल स्कूल में जब शिक्षक या शिक्षामित्र अवकाश पर चले जाते हैं तो बच्चे स्कूल में भटकते रहते हैं और फिर घर लौट जाते हैं।
इनसेट
एक सहायक अध्यापक वाले स्कूल
प्राथमिक विद्यालय पनवड़िया, उच्च प्राथमिक विद्यालय झुठिया, उच्च प्राथमिक विद्यालय अलीगंज बेनजीर, उच्च प्राथमिक विद्यालय पहाड़ी गेट, प्राथमिक विद्यालय काशीपुर, प्राथमिक विद्यालय जुठिया प्रथम, प्राथमिक विद्यालय बाकर।
एक शिक्षामित्र वाले स्कूल
प्राथमिक विद्यालय मड़ियां भुर्जी, प्राथमिक विद्यालय लाल मस्जिद और प्राथमिक विद्यालय चाह शोर।
बयान
नगर क्षेत्र में शिक्षकों की कमी है। इसलिए कुछ स्कूल बंद हुए हैं। इनमें शिक्षकों का अटैचमेंट करते हुए बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। एकल स्कूलों में जल्द शिक्षकों की कमी दूर होगी।
अंतरजनपदीय तबादले में जो शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों से आए थे। उनको ग्रामीण क्षेत्र में ही तैनाती दी गई है। नगर क्षेत्र से केवल एक ही शिक्षक रामपुर आए थे। इसलिए नियमानुसार उनको नगर क्षेत्र का स्कूल दिया है। जहां स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, वहां कमी को दूर किया जाएगा।
– संजीव कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
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