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रामपुर। डेंगू-मलेरिया से जूझ रहे महकमे के सामने अब स्क्रब टाइफस की नई चुनौती आ खड़ी हुई है। देश के कई हिस्सों में इसके कई केस मिले हैं। इससे जिले का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। हालांकि, जिले में अभी तक कोई भी मरीज स्क्रब टाइफस से ग्रसित नहीं मिला है।
जिले में डेंगू-मलेरिया के साथ वायरल बुखार बराबर लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इससे मरीजों की भीड़ इलाज कराने के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में पहुंच रही है। अस्पतालों में मरीजों की लंबी लाइनें लग रही हैं। ऐसे में स्वास्थ्य महकमे के सामने स्क्रब टाइफस की नई चुनौती आ खड़ी हुई है। ओडिशा और शिमला राज्य में स्क्रब टाइफस के मामले सामने आए हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। सीएमओ डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि स्क्रब टाइफस के लक्षणों वाले मरीजों का सैंपल लेकर मेरठ जांच के लिए भेजा जाएगा। अभी तक जिले में एक भी मरीज नहीं मिला है।
संक्रमण के ये दिखे लक्षण तो तुरंत कराएं जांच
स्क्रब टाइफस के लक्षणों में मरीज को तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में अकड़न और शरीर में टूटन बनी रहती है। साथ ही कीट के काटने से शरीर पर फफोलेनुमा काली पपड़ी का निशान पड़ जाता है और वह घाव बन जाता है।
स्क्रब टाइफस एक संक्रामक रोग है। यह बैक्टीरिया से फैलता है जो ज्यादातर घास, झाड़ियों, चूहों, खरगोशों और गिलहरियों जैसे जानवरों के शरीर पर पाया जाता है। संपर्क में आने पर काटने पर लोग इससे संक्रमित होते हैं।
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