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रामपुर। शुक्रवार की देर शाम प्रशासन ने शाहबाद गोशाला से 20 गायपशुओं को एक वाहन में भरकर मसवासी गोशाला में छोड़ दिया। इनमें से तीन गायों की मौत हो गए। गोशाला में आईं अन्य गायों की हालत भी गंभीर है। नगर पंचायत अध्यक्ष और सभासदों ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की मांग करते हुए निंदा प्रस्ताव भी पारित किया है।तहसील शाहबाद स्थित गोशाला में पशुओं की संख्या अधिक होने के कारण वहां से शुक्रवार की देर शाम एक वाहन में 20 पशुओं को भरकर मसवासी स्थित कान्हा पशुशाला लाया गया। गोशाला कर्मियों ने पशुओं की दयनीय हालत देखते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष दिनेश गोयल को जानकारी दे दी। उनके साथ लगभग नौ सदस्य भी आए थे। गोशाला में उतारे गए पशुओं की हालत बेहद नाजुक थी। इनमें दो पशु तो मृत पाए गए। तीसरे पशु की शनिवार दोपहर बाद मौत हो गई।
सूचना मिलने पर एसडीएम अवनीश कुमार भी पहुंच गए। उन्होंने रात को पशु चिकित्सा अधिकारी को बुलवाकर मृत पशुओं का तीन चिकित्सकों के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम कराया। इस बीच उन्होंने मृत तीनों पशुओं को अपनी देखरेख में दफन करा दिया। तहसीलदार आकाश संत, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एसके मिश्रा, अधिशासी अधिकारी विजय आनंद समेत नगर पंचायत कर्मी रहे।
नगर पंचायत ने किया निंदा का प्रस्ताव पारित
इस मामले को लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष दिनेश गोयल ने शुक्रवार की रात में ही नगर पंचायत सदस्यों को बुला लिया। बैठक में शाहबाद से मरणासन्न पशु मसवासी की गोशाला में भेजे जाने को लेकर चर्चा हुई। जिस तरह से पशुओं को ठूंसकर लाया गया और दो पशु मृत पाए गए उसके लिए शाहबाद प्रशासन को जिम्मेदार मानते हुए निंदा की गई। सदस्यों ने दोषियों के खिलाफ पशु क्रूरता का आरोप लगाया और कहा कि इस संबंध में डीएम से भी मिलेंगे। इस मौके पर कुलदीप मौर्य, भगवती देवल, इरशाद हुसैन, जमील अहमद, जितेंद्र चंद्रा मोहम्मद उवैस समेत नौ सभासद मौजूद रहे।
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