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रामपुर। जिले के सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम लगाए गए हैं, लेकिन मरीजों को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है। वजह यह है कि हेल्थ एटीएम पर कई दिनों से स्ट्रिप नहीं होने से खून और शुगर की भी जांच नहीं हो पा रही हैं। जिला अस्पताल के हेल्थ एटीएम पर टेक्नीशियन की भी तैनाती नहीं हो सकी है, इस वजह से जांच कराने आने वाले मरीजों को निराश लौटना पड़ रहा है।अस्पतालों में मरीजों को जांच के लिए भटकना न पड़े, इसके लिए हेल्थ एटीएम की सुविधा शुरू की गई थी। रामपुर में प्रदेश के पहले हेल्थ एटीएम की स्थापना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार सितंबर 2022 को की थी। जिसे जिला अस्पताल में स्थापित गया था। इस हेल्थ एटीएम की खासियत ये है कि इस पर बैठने के चंद मिनट में मरीज की ब्लड शुगर, बीपी, मोटापा, यूरिन, लिपिड प्रोफाइल, एचआईवी, हेपेटाइटिस, डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया सहित 50 से अधिक प्रकार की जांच हो सकती है।
तहसील मुख्यालय पर सीएचसी पर मोबाइल हेल्थ एटीएम लगाए हैं। यहां पर स्ट्रिप से शुगर, कोलेस्ट्रॉल, डेंगू, मलेरिया, यूरिन आदि जांच होती है। मकसद था कि मरीज की चंद मिनटों में जांच करके उसका इलाज शुरू किया जा सके। साथ ही सरकारी पैथोलॉजी लैब से मरीजों की भीड़ का दबाव कम हो सके। जिला अस्पताल में हेल्थ एटीएम पर आज तक टेक्नीशियन की तैनाती नहीं हो पाने की वजह से यहां पर जांच प्रभावित है। हेल्थ एटीएम के रूम में स्वास्थ्यकर्मी को तैनात कर बीपी और शुगर की जांच शुरू कराई गई थीं, लेकिन पिछले सप्ताह भर स्ट्रिप न होने की वजह से यहां पर मरीजों की शुगर की जांच नहीं हो पा रही है।
जिला अस्पताल में शहर निवासी राकेश अपने परिचित की ब्लड शुगर की जांच करने के लिए हेल्थ एटीएम में पहुंचे थे, लेकिन यहां पर स्ट्रिप नहीं होने की वजह से उनकी जांच नहीं हो पाई। हेल्थ एटीएम पर खून संबंधी जांच नहीं होने से मरीजों को निराश होना पड़ा। कर्मचारी भी नहीं बता सके कि जांच कब से शुरू होगी।
जिले भर में हैं 11 हेल्थ एटीएम की सुविधा
जिले भर में 11 हेल्थ एटीएम लगे हैं। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में कमरा नंबर 43 में हेल्थ एटीएम लगा है। इसके अलावा सभी सीएचसी पर मोबाइल हेल्थ एटीएम की सुविधा दी गई है। जिसको डॉक्टर आवश्यकता अनुसार कहीं पर जांच के लिए ले जा सकते हैं। पीएचसी चमरौआ सहित नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम लगाए गए हैं। जिले में 11822 लोग हेल्थ एटीएम का लाभ ले चुके हैं।
सीएसआर फंड से हेल्थ एटीएम लगाए गए हैं। पिछले कुछ दिनों से फंड न आने की वजह से इनमें उपकरण अथवा स्ट्रिप खत्म हो गई थी। इसके लिए दो दिन पहले फंड जारी हो चुका है। जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त हो जाएगी। -डॉ. एसपी सिंह, सीएमओ रामपुर
शाहबाद सीएचसी पर स्ट्रिप नहीं
शाहबाद सीएचसी पर हेल्थ एटीएम तो लगा हुआ है, लेकिन इस पर मरीजों की जांच नहीं हो पा रही है। यहां हेल्थ एटीएम से जांच के लिए स्ट्रिप काफी समय से नहीं है। इस कारण स्वास्थ्य केंद्र की पैथोलॉजी लैब में ही मरीजों की खून आदि जांच की जा रही है।
स्वार सीएचसी पर भी नहीं मिल रहा लाभ
स्वार सीएचसी में हेल्थ एटीएम की सुविधा है। उसकी स्ट्रिप नहीं है। इस कारण यहां मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। ईएसआर, यूरिन, शुगर, एचआईवी और रोज होने वाली जांचें प्रभावित हैं। एलटी पंकज कुमार ने बताया कि सीएचसी में सामान्य जांचें लैब पर की जाती हैं। मलेरिया और टाइफाइड की जांचे प्रतिदिन हो रही हैं।
हेल्थ एटीएम पर उपकरण नहीं
मिलक सीएचसी अधीक्षक डॉ. मोहित रस्तोगी ने बताया कि हेल्थ एटीएम तो है परंतु उनके साथ अन्य उपकरण अभी उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। जिस कारण एटीएम मशीनों से जांच नहीं हो पा रही है। इसके लिए विभाग को पत्र लिखा है। बताया कि वर्तमान में बुखार से पीड़ित मरीज ज्यादा आ रहे हैं। गंभीर मरीजों को डेंगू टेस्ट के साथ-साथ अन्य जांच भी लैब पर कराई जा रही है।
बिलासपुर में हो रहे सारे टेस्ट
बिलासपुर सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजीज हसन अंसारी ने बताया कि उनके यहां हेल्थ एटीएम की व्यवस्था है। बुखार, टाइफाइड, मलेरिया के मरीजों के टेस्ट हेल्थ एटीएम से हो रहे हैं। बुखार, मलेरिया, खांसी आदि के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
हेल्थ एटीएम की जांच रिपोर्ट ठीक नहीं
टांडा सीएचसी में हेल्थ एटीएम की सुविधा है, लेकिन उससे जांच नहीं की जाती है। डॉक्टरों के अनुसार एटीएम से जांच रिपोर्ट ठीक नहीं आती थी। लैब टेक्नीशियन मयंक ठाकुर ने बताया कि कई बार इंजीनियर को मशीन ठीक करने के लिए संपर्क किया गया, लेकिन मशीन ठीक नहीं हो पाई। वहीं अस्पताल में सभी मशीनें मौजूद है। इसलिए सभी जांच अस्पताल में हो जाती हैं।
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