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Rampur News: बैंक ने नोटों की कतरन को खराब नोटों की कतरन बताया

Rampur News: बैंक ने नोटों की कतरन को खराब नोटों की कतरन बताया

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संवाद न्यूज एजेंसी, रामपुर

Updated Wed, 27 Sep 2023 01:45 AM IST

शाहबाद (अमरोहा)। कस्बे के मोहल्ला मंगोली में 24 सितंबर की सुबह तकरीबन साढ़े ग्यारह बजे कैंटर में रखी बोरी से नोटों के कतरन गिरी थी। पांच सौ के नए नोटों के अलावा 10 और 20 के नए-पुराने नोटों की कतरन मौके से मिली थी। पुलिस जांच में जुटी तो सामने आया कि मौके से मिली कतरन असली है। अब कतरनों को खराब नोटों की कतरन बताया जा रहा है।

शाहबाद के बिलारी की ओर से आ रहा कैंटर शाहबाद के मंगोली से होकर गुजर रहा था। इस दौरान कैंटर में रखी बोरी से हवा में नोटों की कतरन उड़ने लगी। बड़ी तादात में नोटों की कतरने होने की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। उस दौरान राहगीरों और स्थानीय लोगों ने उन नोटों की कतरन का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए थे। हालांकि मौके से मिली नोटों की कतरनों को लेकर पुलिस इनको बच्चों के खेलने वाले चूरन के नोट बता रही थी और असली करंसी न होने का दावा किया था। पुलिस ने कतरन को कब्जे में कर लिया था। अगले दिन सोमवार को दिन निकलते ही पुलिस करंसी चैक कराने के नगर शाहबाद के एसबीआई बैंक में पहुंची। क्राइम इंस्पेक्टर हारून खान और कस्बा इंचार्ज आदेश कुमार ने कटे-फ़टे नोटों को दिखाया था। जिस पर बैंक प्रबंधक परितोष कुमार द्वारा नोटों की कतरनों को देखकर प्रथम दृष्टि से करंसी को असली बताया था। एसबीआई के बैंक प्रबंधक पारितोष कुमार का कहना था कि वैसे करंसी असली है। लेकिन पूरी पुष्टि के लिए फोरेंसिक टीम इसकी जांच करें। उधर कोतवाल अनुपम शर्मा द्वारा कस्बा इंचार्ज को रामपुर की एसबीआई की मुख्य शाखा भेजा गया। जहां पर नोटों के कतरन की जांच करवाई गई। जांच करने पर मुख्य शाखा में मौजूद मुख्य प्रबन्धक के द्वारा बैंक में मौजूद एक्सपर्ट्स ने भी नोटों के कतरन की जांच की। जांच के उपरान्त नोटों की कतरन को असली नोटो का होना बताया गया। पुलिस के अनुसार नोटों के कतरन के संबंध में मुख्य प्रबंधक स्वाति अग्रवाल के द्वारा बताया गया और इसके सम्बन्ध में एक लिखित रिपोर्ट भी दी गई। जिसमें कहा गया है कि नोटो की कतरन असली नोटों की है, और यह वह नोट है। जो नोट खराब हो जाते है, और जो नोट सरकुलेशन में नहीं जा सकते है। आरबीआई के द्वारा उन्हे शेरडर द्वारा शेरडिंग कर अलग-अलग ठेकेदारों को अन्य कार्य में प्रयोग करने के लिए दे दिया जाता है। ठेकेदार इन नोटों की कतरन का प्रयोग अपनी मंशा के अनुसार कर सकते हैं। कोतवाल अनुपम शर्मा ने बताया कि मुख्य मार्ग पर मिली नोटों की कतरन वही नोटों की कतरन है जो आरबीआई के द्वारा ठेकेदारो को दिए गए है। मंगोली में मिली नोटों की कतरनों की बैंक से मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने इस मामले को बंद कर दिया है।

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