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रामपुर। छात्रा के साथ हुई छेड़खानी और फिर पुलिस द्वारा घर में घुसकर मारपीट किए जाने से पीड़िता की साथी छात्राएं भी भड़क गईं। उन्होंने हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर बुधवार 11 सुबह सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। साथ ही हनुमान चालीसा का भी पाठ किया। छात्राएं और हिंदू संगठन के कार्यकर्ता एक बजे तक सड़क पर बैठे रहे। इससे लंबा जाम लग गया। बाद में पुलिस के समझाने से सड़क से हटे तो कोतवाली परिसर में धरना शुरू कर दिया। चार घंटे चले हंगामे के बाद जब चौकी इंचार्ज, सीओ और कोतवाल पर कार्रवाई हुई तो करीब तीन बजे मामला शांत हुआ। सड़क पर जाम से लोगों को काफी परेशानी हुई।कोतवाली के सामने बुधवार को छेड़खानी की शिकार हुई छात्रा के स्कूल कीत माम छात्राएं, शिक्षक और हिंदू संगठन के कार्यकर्ता पहुंच गए, जहां उन्होंने जमकर हंगामा किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस के खिलाफ छात्राओं ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान छात्राओं ने सड़क पर ही हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया।
सड़क से लेकर कोतवाली तक चार घंटे तक चले हंगामा से अफरातफरी की स्थित बनी रही। इस मौके पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेश गंगवार, पालिकाध्यक्ष दीक्षा गंगवार, कुंवर नरेंद्र सिंह गंगवार, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष प्रिंस गुप्ता, भाजपा के जिला महामंत्री हरीश गंगवार,भाजपा नगर अध्यक्ष मनोज पांडे,नगर मंत्री नन्हे राम पांडे, भारत भूषण गुप्ता, सरदार देवेंद्र सिंह,विहिप के जिला मंत्री अमृत गौड़,मुकेश पटेल, प्रदीप कुमार, रजनीश पटेल, संजीव गुप्ता,आशीष गंगवार, विकास रहेला, आदेश शंखधर, सुजानत आर्य, साइयां सक्सेना, राजेंद्र कुर्मी आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
बेटी के सम्मान में बेटियां उतरीं मैदान में
पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए विद्यालय से लगभग 200 छात्राएं मिलक कोतवाली पहुंचीं और उन्होंने वहां पर जमकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और न्याय की मांग की। तपती धूप और भीषण गर्मी में छात्राएं कंधे से कंधा मिलाकर धरने पर डटी रहीं। स्वयंसेवी संगठन के कार्यकर्ताओं ने छात्राओं को पानी की बोतलें वितरित कीं।
धरने पर बैठीं तीन छात्राएं हुईं बेहोश
कोतवाली के गेट पर धरने पर बैठे विद्यार्थियों में से गर्मी के कारण तीन छात्राएं बेहोश हो गईं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया। भीषण गर्मी में बैठे विद्यार्थियों के पसीने छूट गए, लेकिन वे अपनी सहपाठी के लिए पीछे नहीं हटे। उनका कहना था कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा हम धरने से नहीं उठाएंगे।
एक तरफ मोदी और योगी सरकार महिला सशक्तीकरण को लेकर समाज में जागरूकता लाने का प्रयास कर रही है तथा नारी सम्मान के विषय में अनेकों सराहनीय कार्यक्रम किए जा रहे हैं। वहीं पुलिस का यह रवैया काफी निंदनीय है। पुलिस अपना काम ठीक से करती तो धरना प्रदर्शन की जरूरत नहीं पड़ती। – प्रिंस गुप्ता, जिला प्रमुख, विश्व हिंदू परिषद
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