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रामपुर। सर्दी की शुरुआत हो चुकी है। बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अब तक यूनिफॉर्म, स्वेटर का पैसा नहीं मिल सका है। जिले में 30 हजार बच्चे ऐसे हैं, जिनके अभिभावकों के खाते में सरकार से मिलने वाली धनराशि नहीं पहुंची है। पैसा न मिल पाने का कारण अभिभावकों का बैंक खाता आधार से लिंक न होना है। वहीं, तमाम बच्चे ऐसे हैं जिनका अब तक आधार कार्ड भी नहीं बना है।
इस सत्र में जिले के 1596 बेसिक स्कूलों में 1.63 लाख बच्चों का नामांकन है। इन बच्चों को प्रतिवर्ष यूनिफॉर्म, जूता, मोजा, बैग और स्टेशनरी आदि सामान की खरीद के लिए सरकार 1200-1200 रुपये देती है। यह धनराशि बच्चों के अभिभावकों के खाते में भेजी जाती है। पहले चरण में 1.32 लाख बच्चों को इसका लाभ मिल चुका है। उनके अभिभावकों के खाते में 1200-1200 रुपये पहुंचे हैं। अब दूसरे चरण में बचे हुए 30 हजार बच्चों को लाभ दिए जाना है, लेकिन इस प्रक्रिया में आधार समस्या बनकर उभर रहा है।
दरअसल, लाभ पाने के लिए बच्चे और माता पिता का आधार कार्ड होना जरूरी है। साथ ही अभिभावकों में माता या पिता में किसी एक का बैंक खाता आधार से लिंक होना अनिवार्य है। जानकारी के अनुसार इन 30 हजार बच्चों में से एक तिहाई अर्थात 20 हजार बच्चे ऐसे हैं, जिनके या तो स्वयं के आधार नहीं हैं, या फिर इनके माता पिता का बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है। ऐसे में इनको लाभ मिल पाना बेहद मुश्किल है। हालांकि, विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि सभी बच्चों को लाभ मिल सके इसके लिए जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा किया जा रहा है।
बयान
जिन बच्चों के आधार कार्ड नहीं बने हैं, उनके स्कूल में आधार बनाए जा रहे हैं। अभिभावकों से बैंक खाता आधार से लिंक कराने के लिए कहा गया है। इसके बाद ही इनको लाभ मिल पाएगा। – संजीव कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
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