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![South Korea: 'हम पर परमाणु हमला उत्तर कोरिया के शासन का अंत होगा', दक्षिण कोरिया ने दी किम जोंग को चेतावनी South Korea warns North Korea of nuclear attack against it end of Kim Jong Un regime US USS Kentucky Submarine](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/07/22/750x506/north-korea-south-korea-nuclear-arms_1689992952.jpeg?w=414&dpr=1.0)
उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइल टेस्टिंग लगातार बढ़ रही है।
– फोटो : Social Media
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उत्तर कोरिया की तरफ से लगातार बढ़ते मिसाइल और रॉकेट परीक्षणों के बीच दक्षिण कोरिया ने किम जोंग-उन शासन के लिए चेतावनी जारी की है। सोल की तरफ से कहा गया है कि अगर उत्तर कोरिया उस पर किसी भी तरह का परमाणु हमला करता है तो यह किम जोंग-उन के नेतृत्व वाले शासन का अंत होगा।
हाल ही में अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य स्तर पर हथियारों की तैनाती को लेकर बातचीत हुई थी। इससे भड़कते हुए उत्तर कोरिया ने एक मिसाइल टेस्ट किया था। साथ ही चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि क्षेत्र में अमेरिका की परमाणु क्षमता वाली सबमरीन और अन्य कूटनीतिक संपत्तियों की तैनाती उसके न्यूक्लियर हथियार इस्तेमाल करने की मजबूरी बन सकती है।
उत्तर कोरिया ने दी थी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की चेतावनी
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्री कैंग सुन-नैम ने एक दिन पहले ही अमेरिका की 18,750 टन वजनी ओहायो क्लास मिसाइल सबमरीन (एसएसबीएन) यूएसएस केन्टकी के दक्षिण कोरिया आने की निंदा की थी। 1981 के बाद यह पहली बार है, जब अमेरिका ने अपनी सबमरीन दक्षिण कोरिया भेजी है। अमेरिकी नौसेना की यह सबमरीन दोनों देशों के बीच पहले परमाणु परामर्श समूह (एनसीजी) की बैठक के मद्देनजर मंगलवार को बुसान पहुंची थी। इसे लेकर ही उत्तर कोरिया ने दोनों देशों को परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की चेतावनी दी थी।
दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया की इस धमकी पर कहा कि किम शासन के परमाणु कार्यक्रम और मिसाइल परीक्षण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों और का स्पष्ट उल्लंघन हैं। मौजूदा समय में दक्षिण कोरिया और अमेरिकी गठबंधन को परमाणु हमलों की धमकी देने वाला उत्तर कोरिया एकमात्र देश है। दक्षिण कोरिया ने चेतावनी दी है कि अगर परमाणु हमले जैसी कोई घटना होती है तो इसका जवाब तुरंत, बड़े स्तर पर और अंतिम होगा। हम इसके (हमले के) खिलाफ चेतावनी देते हैं, क्योंकि यह उत्तर कोरिया के शासन का ही अंत होगा।
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