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UP: तीन सौ का पिज्जा…एक हजार में था कमरा, संचालक कहता था- ऐसे गेस्ट हाउस खरीद लूंगा, ऐसे चलता था देह व्यापार

UP: तीन सौ का पिज्जा…एक हजार में था कमरा, संचालक कहता था- ऐसे गेस्ट हाउस खरीद लूंगा, ऐसे चलता था देह व्यापार

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फर्रुखाबाद जिले में डीएम-एसपी आवास व पुलिस लाइन की नाक के नीचे पिज्जा हाउस में कई वर्षों से शुरू देह व्यापार का खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस ने संचालक सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर व पुत्र को हिरासत में लिया है। डीएम संजय कुमार सिंह के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट सतीश चंद्र व सीओ सिटी प्रदीप सिंह ने पिज्जा हाउस में महिला पुलिस के साथ दबिश दी। मौके पर डिग्री कॉलेज की नौ छात्राएं व 11 युवक आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए।

छात्राओं व युवकों को पुलिस ने पूछताछ के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पिज्जा हाउस सील कर दिया गया है। फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के गांव सरह निवासी सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार अग्निहोत्री कस्बे के मोहल्ला बनखड़िया जिला जेल चौराहे के पास रहता है। छोटा पुत्र प्रदीप कुमार अग्निहोत्री ने कई वर्ष पहले डीएम-एसपी आवास व पुलिस लाइन के बीच मोहल्ला ग्वालटोली टिलियां में मकान का निर्माण कराया था।



कमरों में युवक व युवतियां संदिग्ध हालत में मिले

प्रदीप ने मकान में शिकागो पिज्जा हाउस खोल लिया। ऊपरी तल पर कई छोटे कमरे बनवा लिए। इसके बाद देह व्यापार शुरू कर दिया। शनिवार को एक युवक ने डीएम को पिज्जा हाउस के कुछ फुटेज दिखाए। डीएम के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ सिटी, फतेहगढ़ कोतवाल सचिन कुमार सिंह, महिला एसओ ललिता मेहता ने फोर्स के साथ दबिश मारी। अधिकारी जब ऊपरी तल पर पहुंचे, तो कमरों में युवक व युवतियां संदिग्ध हालत में मिले।


सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर व संचालक पुत्र को पकड़ा

पुलिस ने देह व्यापार कराने के आरोप में सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर व संचालक पुत्र को पकड़ लिया। पकड़ी गई छात्राओें को महिला थाने में भेजा गया। युवकों व पिज्जा हाउस संचालक व पिता को पुलिस कोतवाली ले आई। छात्राओं व युवकों को पुलिस ने पूछताछ के बाद परिजनों को बुलाकर सुपुर्दगी में दे दिया। एसपी विकास कुमार ने बताया कि पिता-पुत्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


तीन सौ का पिज्जा व एक हजार में देते थे कमरा

पिज्जा हाउस संचालक कई वर्षो से इस धंधे को धड़ल्ले से करवा रहा था। पिज्जा हाउस में केबिन में बैठने के लिए तीन सौ रुपये का पिज्जा लेना जरूरी था। एक घंटे तक ही केबिन में युवक-युवती के साथ बैठ सकते थे। अगर युवक व युवती एकांत में कमरे में जाना चाहते, तो उनसे एक हजार रुपये लिए जाते थे। आसपास के लोगों की माने तो प्रतिदिन सौ युवक व युवतियों का वहां आना जाना रहता था।


मोहल्ले के लोगों ने एक वर्ष पहले जताया था विरोध

पिज्जा हाउस संचालक ने ऊपर बने कमरों में खिड़की लगा रखी थी। युवक व युवतियां कमरे में आने के बाद खिड़कियों से अनाधिकृत चीजें नीचे फेंकते थे। आस पास के लोग जब गली से गुजरते तो वहां अनाधिकृत चीजें पड़ी देखकर दंग रह जाते थे। मोहल्ले के लोगों ने इस बात को लेकर विरोध जताया तो संचालक ने कमरों की खिड़की बंद करवा दी थी।


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